नई दिल्ली/श्रीनगर, 28 जून। जम्मू-कश्मीर में सिख समुदाय की दो लड़कियों के कथित जबरन धर्मांतरण और उनसे निकाह का मामला गरमा गया है। इसे लेकर सोमवार को सिख समुदाय ने श्रीनगर से लेकर दिल्ली तक प्रदर्शन किया।
आरोप है कि दो सिख लड़कियों को श्रीनगर में बंदूक की नोक पर अगवा किया गया और फिर उम्रदराज लोगों से उनका निकाह करा दिया गया। अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को बताया कि अब सिख समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मिलेगा।
सिरसा जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से पहले ही मिल चुके हैं और मामले में उचित काररवाई की मांग की है। सिन्हा ने उनको हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। माना जा रहा है कि समाधान न निकलने पर प्रदर्शन और तेज हो सकता है।
एक लड़की अपने परिवार के पास लौटी
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन दो लड़कियों का धर्मांतरण कराया गया, उनमें एक 18 वर्ष की है। कथित तौर पर उसका 40 वर्ष के एक शादीशुदा शख्स से निकाह कराया गया। हालांकि खबर यह भी है कि परिवार के विरोध के बाद लड़की को उसके माता-पिता को सौंप दिया गया है। दूसरे केस में भी बालिग लड़की का मुस्लिम शख्स से निकाह हुआ है। लेकिन उस लड़की ने कोर्ट में कहा है कि वह अपने पति के साथ रहना चाहती है।
सिख समुदाय का आरोप है कि श्रीनगर में पहले भी ऐसे मामले हुए हैं, जहां लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया। परिवारों का आरोप है कि जिस कोर्ट में लड़की की पेशी हुई थी, वहां उनको नहीं जाने दिया गया था। उन्होंने पुलिस पर भी सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया। परिवार का कहना है कि जिस लड़की ने पति के साथ रहने की हामी भरी है, वह मानसिक तौर पर कमजोर है।