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जम्मू-कश्मीर : सामूहिक पलायन की धमकी से राज्य प्रशासन चिंतित, कश्मीरी पंडितों के शिविरों की घेराबंदी

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श्रीनगर, 1 जून। आतंकवादियों द्वारा लगातार निशाना बनाकर की जा रही हत्याओं के कारण कश्मीर घाटी से सामूहिक पलायन की धमकी के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन चिंतित हो उठा है। इसी कड़ी में उसने कश्मीर पंडित समुदाय के शिविरों की चारों तरफ से घेराबंदी कर दी है।

4,000 कश्मीरी पंडितों ने घाटी छोड़ने की धमकी दे रखी है

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री के विशेष पैकेज के तहत नियोजित लगभग 4,000 कश्मीरी पंडितों ने मंगलवार को धमकी दी थी कि अगर प्रशासन ने उन्हें 24 घंटे के भीतर सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंचाया तो वे घाटी छोड़ देंगे। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन हाय-हाय, ‘अल्पसंख्यकों को जीने दो’ और ‘हमें न्याय चाहिए’ जैसे नारे लगाए। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं।

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आज कई जगहों पर प्रवासी पंडित ट्रांजिट कैंप को सील कर दिया गया। श्रीनगर के इंद्रा नगर में पुलिस ने प्रवेश बिंदुओं को अवरुद्ध कर दिया और किसी भी कश्मीरी पंडित को बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई।

वेसु पंडित कॉलोनी सहित कई ट्रांजिट शिविरों के मुख्य द्वार बंद किए गए

सबसे बड़े ट्रांजिट शिविरों में से एक वेसु पंडित कॉलोनी में सैकड़ों कश्मीरी पंडितों ने विरोध प्रदर्शन किया और न्याय और घाटी से पुनर्वास की मांग करते हुए नारे लगाए। किसी भी कश्मीरी पंडित को बाहर नहीं निकलने से रोकने के लिए कई शिविरों के मुख्य द्वारों को बंद कर दिया गया है।

आतंकवादी इस वर्ष अब तक 16 लोगों की निशाना बनाकर हत्या कर चुके हैं

गौरतलब है कि मंगलवार को कुलगाम जिले में एक हिन्दू स्कूल शिक्षिका रजनी बाला की आतंकवादियों ने उनके स्कूल के बाहर ही उनका नाम पूछने के बाद हत्या कर दी थी। दो हफ्ते पहले कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की भी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से कश्मीरी पंडितों का एक समूह अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर धरने पर बैठा हुआ है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष जनवरी से अब तक घाटी में आतंकवादी 16 लोगों की निशाना बनाकर हत्या कर चुके हैं।

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