जयपुर, 21 दिसम्बर। जयपुर में एलपीजी टैंकर ब्लास्ट के हादसे में शनिवार को दो और मौत हुई हैं। हादसे में मरने वालों की संख्या अब 14 हो गई है। मामले के जांच के लिए जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने एक जांच कमेटी का गठन किया। इस जांच कमेटी में अलग-अलग विभागों के छह अधिकारियों को शामिल किया गया है।
शुक्रवार को जयपुर के अजमेर रोड पर हुए एक्सीडेंट में 5 लोग मौके पर ही जिंदा जल गए थे। वहीं, 7 लोगों ने सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ा था। दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास हुए एक्सीडेंट में झुलसे 35 लोग अब भी हॉस्पिटल में एडमिट हैं। इस हादसे में 25 लोग 75 फीसदी तक झुलसे हैं।
सवाई मानसिंह हॉस्पिटल पहुंचे कई शवों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। दरअसल, शुक्रवार सुबह भारत पेट्रोलियम का टैंकर अजमेर से जयपुर की तरफ आ रहा था। करीब 5.44 मिनट पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने टैंकर ने यू-टर्न लिया। इस दौरान जयपुर से अजमेर जा रहा ट्रक उससे भिड़ गया।
- 18 टन गैस लीक हुई
गेल इंडिया लिमिटेड के DGM (फायर एंड सेफ्टी) सुशांत कुमार सिंह ने बताया कि टक्कर से टैंकर के 5 नोजल टूट गए और 18 टन (180 क्विंटल) गैस लीक हो गई। इससे इतना जोरदार धमाका हुआ कि पूरा इलाका आग के गोले में तब्दील हो गया। जहां टैंकर में ब्लास्ट हुआ उसे करीब 200 मीटर दूर एलपीजी से भरा एक और टैंकर था। गनीमत रही कि उसने आग नहीं पकड़ी।
- पीएम मोदी ने जताया था दुख
जयपुर अग्निकांड पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। इस हादसे में मरने वालों के परिवार वालों को दो लाख रुपए की आर्थिक मदद करने की घोषणा की है। साथ ही घायलों के परिवार वालों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। वहीं सीएम भजनलाल ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख और घायलों को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इस तरह से इस अग्निकांड में मृतकों के परिवार वालों को कुल सात-सात लाख रुपए मिलेंगे। वहीं घायलों को एक लाख पचास हजार रुपए मिलेंगे।