नई दिल्ली, 6 अगस्त। सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ उम्मीदों के अनुरूप देश के नए उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। शनिवार को हुए मतदान में धनखड़ ने विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 346 मतों के बड़े अंतर से हराया।
धनखड़ को 528 वोट, अल्वा महज 182 मत पा सकीं
उपराष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के कुल 725 सांसदों ने मतदान किया। इनमें 71 वर्षीय जगदीप धनखड़ को जहां 528 वोट मिले वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता 80 वर्षीया अल्वा को महज 182 प्राप्त हुए और 15 वोटों को अमान्य घोषित किया गया।
11 अगस्त को शपथ लेंगे नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति
झुंझुनू में जन्मे पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल धनखड़ राजस्थान के प्रभावशाली जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उनकी पृष्ठभूमि समाजवादी रही है। वह 11 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। 10 अगस्त को मौजूदा उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
उपराष्ट्रपति चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत लगभग 93 प्रतिशत सांसदों ने मतदान किया जबकि 50 से अधिक सांसदों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया। पीएम मोदी सबसे पहले वोट डालने वाले सांसदों में शामिल रहे। उन्होंने मतदान से जुड़ी एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान किया।’’
Voted in the 2022 Vice President election. pic.twitter.com/I6bn4MFDu2
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2022
780 पात्र सांसदों में 725 ने मताधिकार का प्रयोग किया
अधिकारियों ने बताया कि मतदान पूर्वाह्न 10 बजे शुरू हुआ था और शाम पांच बजे समाप्त हुआ। इसके बाद मतगणना की गई। मतदान संपन्न हुआ, तब तक कुल 780 सांसदों में से 725 ने मतदान किया था। संसद के दोनों सदनों को मिलाकर कुल सदस्यों की संख्या 788 होती है, जिनमें से उच्च सदन की आठ सीटें फिलहाल रिक्त हैं। ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव में 780 सांसद वोट डालने के लिए पात्र थे।
55 सांसदों ने वोट नहीं डाला, टीएमसी के भी दो सांसदों ने मतदान किया
महत्वपूर्ण बात यह है कि टीएमसी के दो सांसदों ने भी मतदान में हिस्सा लिया जबकि पार्टी ने वोट में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया था। सपा और शिवसेना के दो और बसपा के एक सांसद ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। कुल मिलाकर 55 सांसदों ने वोट नहीं डाला।