लंदन, 9 जून। इसमें कोई दो राय नहीं कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में तीसरे दिन के बाद भी ऑस्ट्रेलिया ने द ओवल ग्राउंड पर पूर्ण नियंत्रण कर रखा है और पहली पारी में उसे मिली बढ़त से यह स्पष्ट हो चुका है कि यदि मुकाबला ड्रॉ छूटा तो ट्रॉफी पर कंगारुओं का ही कब्जा होगा। फिलहाल शुक्रवार के खेल की बात करें तो अजिंक्य रहाणे और शार्दुल ठाकुर की ठोस बल्लेबाजी के बाद रवींद्र जडेजा ने अपनी फिरकी गेंदबाजी से भारत का संघर्ष जीवंत बनाए रखा है।
Australia are piling on a sizeable lead at The Oval to take a hold in the #WTC23 Final 💪#AUSvIND pic.twitter.com/UspU0fDETC
— ICC (@ICC) June 9, 2023
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के 469 रनों के जवाब में भारत ने फॉलोआन तो बचाया, लेकिन उसकी पहली पारी दूसरे सत्र में 69.4 ओवरों में 296 रनों पर सीमित हो गई। 173 रनों की बहुमूल्य बढ़त के साथ उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने स्टंप्स तक 44 ओवरों में चार विकेट पर 123 रन बना लिए थे। यानी कंगारुओं की कुल बढ़त 296 रनों तक जा पहुंची है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बचे दो दिनों में टीम इंडिया के धुरंधर क्या कोई करिश्मा कर पाते हैं।
अजिंक्य व ठाकुर के बीच सातवें विकेट पर 109 रनों की अहम साझेदारी
भारत ने पूर्वाह्न 4-151 से अपनी पहली पारी आगे बढ़ाई तो उसे फॉलोआन बचाने के लिए 118 रनों की दरकार थी और जब दिन के पहले ही ओवर में श्रीकर भरत (5) लौटे तो एकबारगी लगा कि टीम इंडिया फॉलोआन नहीं बचा पाएगी। लेकिन अजिंक्य रहाणे (89 रन, 129 गेंद, 254 मिनट, एक छक्का, 11 चौके) का साथ देने उतरे शार्दुल ठाकुर (51 रन, 109 गेंद, 156 गेंद, छह चौके) ने अपने सहयोगी को तनिक भी निराश नहीं किया। दोनों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की अस्थिरता का पूरा फायदा उठाते हुए 145 गेंदों पर 109 रनों की साझेदारी से भारतीय खेमे पर छाया दबाव काफी हद तक हटा दिया।
पैट कमिंस (3-83) ने लंच (6-260) के ठीक बाद अजिंक्य रहाणे को शतक सें वंचित किया तो भारत को फॉलोआन बचाने के लिए सिर्फ नौ रनों की दरकार थी। उमेश (5) ने अपनी संक्षिप्त पारी के दौरान 66वें ओवर में कमिंस की गेंद पर चौका जड़ते हुए भारत को फॉलोआन से उबारा तो ठाकुर अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद नौवें बल्लेबाज के रूप में लौटे। भारत ने दूसरे सत्र में सिर्फ 36 रन जोड़कर अपने अंतिम चारों विकेट गंवा दिए।
मजबूत बढ़त लेने के बाद दूसरी बार बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उमेश यादव व मो. सिराज ने ओपनरद्वय उस्मान ख्वाजा (13) व डेविड वॉर्नर (1) को 24 रनों के भीतर लौटा दिया। हालांकि मार्नस लाबुशेन (नाबाद 41 रन, 118 गेंद, चार चौके) ने एक छोर जाम कर दिया।
जडेजा ने पहली पारी के दोनों शतकवीरों – स्मिथ व ट्रेविस हेड को लौटाया
लाबुशेन ने इस क्रम में स्टीव स्मिथ (34 रन, 47 गेंद, 68 मिनट, तीन चौके) के साथ 62 रनों की साझेदारी भी कर दी। लेकिन वामहस्त स्पिनर रवींद्र जडेजा (2-25) ने 25 रनों के भीतर पहली पारी के दोनों शतकवीरों – स्मिथ और ट्रेविस हेड (18 रन, दो चौके) को लौटाकर मुकाबले को जीवंतता प्रदान कर दी। खेल समाप्ति की घोषणा हुई तो कैमरन ग्रीन सात रन बनाकर लैबुसाने के साथ नाबाद लौटे।