चेन्नई, 19 दिसंबर। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने प्रतिष्ठित पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन गगनयान की तैयारियों के तहत, श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष बंदरगाह पर पहले मानव रहित मिशन के लिए ‘मानव रेटेड लॉन्च वाहन मार्क -3 (एचएलवीएम 3)’ को असेंबल करना शुरू कर दिया है। यह मिशन पहली तिमाही या 2025 की शुरुआत में होने की संभावना है।
इसरो ने एक बयान में कहा कि उसने गगनयान (जी-1) मिशन की पहली गैर-चालक उड़ान के लिए मानव-रेटेड एलवीएम 3 (एचएलवीएम 3) की स्टैकिंग शुरू कर दी है। अंतरिक्ष एजेंसी एलवीएम3 -एस्क्स-सीएआरई मिशन के प्रायोगिक मिशन से काफी आगे बढ़ चुकी है। एचएलवीएम3, एलवीएम3 से लिया गया है और मानव सुरक्षा विचारों को पूरा करने के लिए बढ़ी हुई विश्वसनीयता के साथ डिज़ाइन किया गया है।
इसके अतिरिक्त, संभावित प्रतिकूल स्थिति में क्रू मॉड्यूल (सीएम) को सुरक्षित बाहर निकालकर क्रू सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्रू एस्केप सिस्टम (सीईएस) लागू किया गया है। सीईएस लॉन्च पैड से वायुमंडलीय उड़ान व्यवस्था के बाद अलग होने तक चालू रहता है।
एचएलवीएम3 एक तीन चरणों वाला वाहन है जिसकी एलईओ तक की पेलोड क्षमता लगभग 10 टन है। यह वाहन 53 मीटर लंबा और 640 टन वजनी है और प्रक्षेपण के लिए तैयार हो रहा है। क्रू मॉड्यूल और संबंधित प्रणालियों की इसरो केंद्रों पर अंतिम जांच चल रही है।