यरूशलम, 22 अगस्त। गाजा में बुधवार को इजराइली टैंक और ड्रोन हमलों में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई। एक अस्पताल के कर्मियों ने यह जानकारी दी। ये हमले मध्य गाजा के दीर अल-बलाह और दक्षिण में खान यूनिस में हुए। अस्पताल कर्मियों ने बताया कि अल-बलाह और खान यूनिस में इजराइली हमलों में 17 लोगों की मौत हो गई। इस बीच, लेबनान के हिजबुल्ला ने बुधवार को 50 से ज्यादा रॉकेट दागे, जिनसे इजराइली कब्जे वाले ‘गोलान हाइट्स’ में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
हिजबुल्ला ने कहा कि ये हमले मंगलवार रात को लेबनान में इजराइल के हमले के जवाब में किए गए। ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब एक ही दिन पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा के दौरान गाजा में युद्ध विराम समझौता करने के राजनयिक मिशन के तहत मिस्र और कतर में अपने साथी मध्यस्थों से मुलाकात की थी।
ईरान और लेबनान में हमास और हिजबुल्ला के दो शीर्ष कमांडर की हाल में निशाना बनाकर हत्या किए जाने से समझौते की आवश्यकता और बढ़ गई है। दोनों कमांडर की हत्या के पीछे इजराइल का हाथ बताया जा रहा है। दूसरी ओर, ईरान और हिजबुल्ला ने दोनों कमांडर की मौत का बदला लेने का संकल्प लिया है। इस बीच, अहम मध्यस्थ देश मिस्र ने इस समझौते को लेकर बुधवार को संदेह व्यक्त किया।
मिस्र में अधिकारियों ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) के बताया कि हमास चरमपंथी समूह कई कारणों से समझौते संबंधी प्रस्ताव पर सहमत नहीं होगा और इस बात को लेकर भी लंबे समय से आशंका बनी हुई है कि क्या इस समझौते के बाद इजराइली सेनाएं वास्तव में गाजा से हट जाएंगी और युद्ध समाप्त हो जाएगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बुधवार को बात की, हालांकि उसने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई। इजराइल पर सात अक्टूबर को हमास के चरमपंथियों के हमलों में लगभग 1,200 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकतर आम नागरिक शामिल थे और लगभग 250 लोगों को अगवा कर लिया गया था।
ऐसा माना जा रहा है कि बंधकों में से लगभग 110 लोग अब भी गाजा में हैं, जबकि इजराइली अधिकारियों का कहना है कि उनमें से लगभग एक-तिहाई की मौत हो चुकी है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल के जवाबी हमलों ने 40,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। गाजा के 23 लाख से अधिक निवासियों में से अधिकतर विस्थापित हो चुके हैं और वहां भारी मानवीय तबाही मची है।