दुबई, 20 मई। ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का एक हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया है। 63 वर्षीय रईसी के साथ हेलीकॉप्टर में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी व अंगरक्षक भी सवार थे। सरकारी समाचार एजेंसी IRNA ने सोमवार को पूर्वाह्न यह जानकारी दी।
#Iran's President Ebrahim Raisi, Foreign Minister Hossein Amirabdollahian and a group of officials accompanying them were martyred in a helicopter crash in northwestern Iran.
— IRNA News Agency (@IrnaEnglish) May 20, 2024
उल्लेखनीय है कि ईरान के सर्वोच्च नेता सैय्यद अली खामेनेई के कट्टर समर्थक माने जाने वाले राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री 60 वर्षीय हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन का हेलीकॉप्टर रविवार को पूर्वी अजरबैजान के पश्चिमी प्रांत के जोफा क्षेत्र के पहाड़ों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। राष्ट्रपति रईसी इस प्रांत के दौरे पर थे, जहां उन्होंने अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीव के साथ दोनों देशों की सीमा पर एक बांध परियोजना का उद्घाटन किया था।
स्टेट टीवी ने ईरान के पूर्वी अज़रबैजान प्रांत में हुई दुर्घटना का कोई तत्काल कारण नहीं बताया। फिलहाल ईरान के उत्तर-पश्चिम स्थित पहाड़ी क्षेत्र में राष्ट्रपति रईसी, विदेश मंत्री और अन्य लोगों के शव पाए गए।
40 टीमें कर रही थीं रेस्क्यू
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हादसे के बाद से ही 40 अलग-अलग रेस्क्यू टीमों को जंगलों और पहाड़ी इलाकों में भेजा गया था। लेकिन बेहद खराब मौसम के कारण इस क्षेत्र में पहुंचना बहुत मुश्किल हो गया था जबकि आकाश मार्ग से वहां पहुंचना संभव नहीं है। पहाड़ी इलाके और भौगोलिक बाधाओं की वजह से राष्ट्रपति की टीम के साथ गए लोगों से संचार लगभग असंभव हो गया था। एक ईरानी टेलीविजन रिपोर्टर ने कहा कि जैसे-जैसे शाम हुई अंधेरा बढ़ता गया और ठंड भी बढ़ती गई। इलाके में सड़कें पक्की नहीं होने, बारिश और कीचड़ होने की वजह से रेस्क्यू टीम को घटनास्थल तक पहंचने में काफी दिक्कत हुई।
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब रईसी और सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के नेतृत्व में ईरान ने पिछले महीने इजराइल पर एक जबरदस्त ड्रोन और मिसाइल हमला किया था। इसके अलावा ईरान का यूरेनियम संवर्धन भी हथियार बनाने के लिए आवश्यक स्तर के करीब पहुंच गया है। इसकी वजह से देश और पश्चिमी देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। तेहरान ने यूक्रेन युद्ध के लिए रूस को बम ले जाने वाले ड्रोन की आपूर्ति भी की और पूरे क्षेत्र में सशस्त्र मिलीशिया समूहों को भी भेजा।
ईरान को खराब अर्थव्यवस्था और महिला अधिकारियों को लेकर उसके शिया धर्मतंत्र के खिलाफ पिछले कुछ वर्षों में व्यापक पैमाने पर प्रदर्शन का सामना भी करना पड़ा है, जिसके मद्देनजर इस हादसे के परिणाम तेहरान और देश के भविष्य के लिए कहीं अधिक गंभीर हो सकते हैं।