तेहरान, 9 जुलाई। ईरान ने एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हत्या की धमकी दी है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी सलाहकार और एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती जावेद लारीजानी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ट्रंप को उनके घर में निशाना बनाया जा सकता है। ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार जावेद लारीजानी ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि डोनाल्ड ट्रंप अब अपने फ्लोरिडा स्थित आवास मारा-ए-लागो में सुरक्षित नहीं हैं।
ईरानी परमाणु संयंत्रों पर अमेरिकी बमबारी के बाद सामने आई नई धमकी
ईरानी नेता की यह धमकी ईरानी परमाणु संयंत्रों पर अमेरिकी बमबारी के बाद आई है। उस बमबारी में ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों को भारी नुकसान पहुंचा है। इतना ही नहीं, ऐसा अंदेशा है कि इस हमले के कारण ईरान का परमाणु कार्यक्रम कम से कम पां साल पीछे चला गया है। अमेरिका ने यह बमबारी इजराइल के अनुरोध पर किया था, जिसमें अमेरिकी बी-2 बमवर्षक विमानों ने ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर बंकर बस्टर बम गिराए थे।
धूप में लेटे ट्रंप पर एक छोटे ड्रोन का हमला करना आसान होगा
जावेद लारीजानी ने इंटरव्यू में कहा कि ट्रंप के कार्यों ने उन्हें निशाने पर ला दिया है। धूप में लेटे हुए अमेरिकी राष्ट्रपति पर एक छोटे ड्रोन का हमला करना आसान होगा। उन्होंने कहा, ‘ट्रंप ने कुछ ऐसा कर दिया है कि अब वह मारा-ए-लागो में धूप सेंक नहीं सकते। जब वह पेट के बल धूप में लेटे होंगे, तो एक छोटा ड्रोन उन पर कभी भी गिर सकता है। यह बहुत आसान है।’
ट्रंप को मारने के लिए क्राउडफंडिंग
यह बयान एक क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा ट्रंप पर ईनाम की पेशकश के बाद आई है। ब्लड पैक्ट या फारसी में अहदे खून नामक इस प्लेटफॉर्म की स्थापना “सर्वोच्च नेता अली खामेनेई का मजाक उड़ाने और उन्हें धमकाने वालों के खिलाफ प्रतिशोध” के लिए की गई थी। गत सात जुलाई की शाम तक, इस साइट ने दो करोड़ डॉलर से ज्यादा की राशि जुटाने का दावा किया था। वर्तमान में इस फंड में कुल राशि 2.7 करोड़ डॉलर से ज्यादा हो गई है। इसका घोषित उद्देश्य ट्रंप की हत्या के लिए 10 करोड़ डॉलर का ईनाम इकट्ठा करना है।
अमेरिका ने ईरान पर लगाए हैं गंभीर आरोप
इस प्लेटफॉर्म के होमपेज पर एक संदेश में लिखा है, ‘हम ईश्वर के दुश्मनों और अली खामेनेई की जान को खतरा पैदा करने वालों को न्याय के कटघरे में लाने वाले किसी भी व्यक्ति को ईनाम देने का संकल्प लेते हैं।’ गौर करने वाली बात यह है कि 2020 में इराक में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या की मंजूरी देने के बाद से ट्रंप को बार-बार हत्या की धमकियों का सामना करना पड़ा है। अमेरिकी अधिकारियों ने खुलासा किया है कि IRGC ट्रंप की हत्या के प्रयास की योजना बनाने में शामिल था।

