जबलपुर, 21 जून। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज कहा कि योग शून्य बजट वाला स्वास्थ्य बीमा है और भारत के प्रयासों से ये एक वैश्विक पर्व बन गया है, जो हर देश में मनाया जा रहा है। धनखड़ मध्यप्रदेश के जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि अंतराष्ट्रीय योग दिवस विश्व-बंधुत्व के संदेश का दिवस है। इस वर्ष की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’ हमारी साझी आकांक्षाओं और संस्कृतिक चेतना का प्रतीक है। यह इस साल भारत की मेज़बानी में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन की विषयवस्तु के भी पूर्णत: अनुकूल है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा इतने अधिक वोटों से और कम से कम समय में योग को अंतर्राष्ट्रीय रूप में स्वीकृति देना भारतीय नेतृत्व की दूरदृष्टि की स्वीकृति है। भारत के प्रयासों से योग अब एक वैश्विक पर्व बन गया है। आज देश के हर कोने में और दुनिया के हर देश में यह पर्व मनाया जा रहा है।
धनखड़ ने कहा कि योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं, संपूर्ण मानवता के लिए है। योग ने आर्थिक स्वरूप भी ले लिया है, जो अर्थव्यवस्था को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। हमारे प्रशिक्षित योग टीचर दुनिया में कार्यरत है और योग से जुड़े शिक्षकों की मांग बढ़ रही है। योग मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध बनाता है। ये शून्य बजट वाला स्वास्थ्य बीमा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि ‘हींग लगे ना फिटकरी और रंग भी चोखो आए’, ये ही योग का मंत्र है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के वीडियो संदेश को भी चलाया गया।