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पेरिस ओलम्पिक : चोटिल लक्ष्य सेन कांस्य पदक से चूके, तीन गेमों के संघर्ष में मलेशियाई ली जी जिया से परास्त

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पेरिस, 5 अगस्त। ओलम्पिक के अपने पहले ही प्रवेश में पदक की दौड़ में शामिल होने के साथ इतिहास रचने वाले दमदार भारतीय शटलर लक्ष्य सेन सोमवार को यहां पेरिस 2024 के पुरुष एकल कांस्य पदक मैच में पहला गेम जीतने के बावजूद चोटिल कोहनी की तकलीफ बढ़ने से रिद्म खो बैठे और विश्व नंबर सात मलेशियाई स्पर्धी ली जी जिया के हाथों तीन गेमों मे पराजय के चलते उन्हें चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा।

पेरिस खेलों की बैडमिंटन स्पर्धा से भारतीय चुनौती समाप्त

ला चैपल एरिना के कोर्ट नंबर एक पर गैर वरीय सेन ने पहला गेम जीतने के बाद दूसरे गेम के मध्य में कोर्ट से नियंत्रण खो दिया और ली जी जिया ने 71 मिनट की कश्मकश 13-21, 21-16, 21-11 से जीतकर कांस्य पदक पर नाम लिखा लिया। सेन की हार के साथ ही पेरिस खेलों की बैडमिंटन स्पर्धा से पदक के बिना भारत की चुनौती समाप्त हो गई, जिसे टोक्यो 2020 में पीवी सिंधु ने महिला एकल में कांस्य पदक दिलाया था।

विक्टर एक्सेलसेन ने स्वर्ण पदक का सफल बचाव किया

इस बीच गत चैम्पियन व विश्व नंबर दो डेनिस महारथी विक्टर एक्सेलसेन ने लगातार दूसरी बार स्वर्ण पदक पर अधिकार कर लिया। 24 घंटे पहले ही लक्ष्य सेन के खिलाफ 54 मिनट तक खिंचे संघर्षपूर्ण सेमीफाइनल में जीत हासिल करने वाले दूसरी सीड एक्सेलसेन ने आठवें वरीय थाईलैंड के कुनलावुत विटिडसार्न को 52 मिनट में 21-11 21-11 से हराकर उपाधि बचाई।

सेन ने पहला गेम धमाकेदार अंदाज में जीता

BWF विश्व रैंकिंग में 22वें नंबर के खिलाड़ा लक्ष्य सेन की बात करें तो उन्होंने ली जी जिया के खिलाफ धमाकेदार अंदाज में मैच की शुरुआत की और देखते ही देखते 11-5 से लीड बना ली। इस वर्ष ऑल इंग्लैंड ओपन में हार सहित लक्ष्य के खिलाफ 1-4 का मैच रिकॉर्ड लेकर उतरे ली जिया ने वापसी का प्रयास किया, लेकिन भारतीय शटलर ने बड़ी आसानी से 20 मिनट में पहला गेम अपने नाम कर लिया।

दूसरे गेम के दौरान लक्ष्य का रिद्म गड़बड़ा गया

दूसरे गेम में भी लक्ष्य का आक्रामक अंदाज दिखा, जब बिना गलती उन्होंने 8-3 से एकतरफा बढ़त बना ली। लेकिन तभी लक्ष्य की दाई कोहनी की तकलीफ बढ़ चुकी थी। बस फिर क्या था, मलेशियाई शटलर ने बेहतरीन वापसी की और लगातार आठ अंक लेने के साथ ब्रेक के वक्त 11-8 की बढ़त हासिल कर ली। ली के पक्ष में स्कोर 19-16 था, तभी लक्ष्य ने कोहनी का उपचार कराया। हालांकि ली जिया ने 26 मिनट में गेम जीतकर मुकाबला तीसरे गेम में धकेल दिया।

निर्णायक गेम में लक्ष्य पर चोट का असर गहराने लगा था जबकि मलेशियाई शटलर ने शुरुआत से ही बढ़त बनाए रखी। इसी बीच लक्ष्य ने दूसरा मेडिकल ब्रेक लिया। तब तक खेल का रुख पूरी तरह बदल चुका था और ली जी जिया ने आसानी से जीत हासिल कर ली। इस तरह लक्ष्य अपने पहले ही ओलम्पिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने से वंचित रह गए।

लक्ष्य बोले – चोट ने परिणाम में भूमिका निभाई

मैच के बाद सेन ने स्वीकार किया कि चोट ने परिणाम में भूमिका निभाई। उन्होंने जियो सिनेमा से कहा, ‘प्वॉइंट्स के बीच में, फर्श पर खून फैला हुआ था और मैं गति खो रहा था।’

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