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एयरपोर्ट पर यात्रियों को किफायती खाना उपलब्ध कराने के लिए पहल, केंद्र सरकार ‘उड़ान यात्री कैफे’ शुरू करेगी

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कोलकाता, 14दिसंबर।  केंद्रीय नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने शुक्रवार को कहा कि भारत के विमानन क्षेत्र में पिछले 10 साल में तीव्र वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि अब सरकार का लक्ष्य देश को शीर्ष घरेलू विमानन केंद्र बनाना है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हवाई अड्डों पर किफायती ‘उड़ान यात्री कैफे’ शुरू करेगी।

उड़ान यात्री कैफे’ 21 दिसंबर से कोलकाता एयरपोर्ट से शुरू किया जाएगा। कोलकाता के बाद इस उड़ान यात्री कैफे को फिर देशभर के एयरपोर्ट पर खोला जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार एयरपोर्ट पर हवाई यात्रा को अधिक किफायती और समावेशी बनाने पर काम कर रही है। केंद्र सरकार भारतीय हवाई अड्डों पर किओस्क “उड़ान यात्री कैफे ” लॉन्च करने के लिए योजना तैयार कर लिया है, जिसमें पैसेंजर्स को एयरपोर्ट पर बजट के अनुकूल स्नैक्स, चाय, कॉफी और पानी मिलेगा।

विमानन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू आज कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के शताब्दी समारोह के संबोधन में यह बात कही। एयरपोर्ट के 100 साल पूरे होने पर राजीव गांधी भवन में शताब्दी समारोह का प्रतीक चिह्न (लोगो) पेश करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए गौरवशाली रहे हैं।

नायडू ने कहा कि इस दौरान कई हवाई अड्डों का विस्तार हुआ है। यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। अब हमारा लक्ष्य वैश्विक स्तर पर नंबर एक घरेलू केंद्र बनना होना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू ने कहा, “प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अब हम पूरी दुनिया में तीसरे सबसे बड़े घरेलू नागर विमानन केंद्र बन गए हैं और हमें अब इसे और आगे ले जाना है।” उन्होंने कहा, “हमें एक बार फिर बाधाओं को तोड़ना होगा। देश में नागर विमानन क्षेत्र को ऊपर उठाना होगा और पूरे विश्व में नंबर एक घरेलू केंद्र बनना होगा।”

उन्‍होंने उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना को क्रांतिकारी बताते हुए कहा कि इस पहल के तहत पिछले आठ साल में करोड़ों लोगों ने 600 से अधिक उड़ानों के माध्यम से हवाई यात्रा की है। इस कार्यक्रम में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव वुमलुनमंग वुअलनाम, एएआई के अध्यक्ष विपिन कुमार, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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