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जम्मू-कश्मीर : कुपवड़ा में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सुरक्षा बलों ने 4 आतंकवादियों को मार गिराया

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श्रीनगर, 23 जून। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सुरक्षा बलों ने आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश नाकाम की और जिले के माच्छिल सेक्टर के काला जंगल में चार आतंकवादियों को मार गिराया। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियो के खिलाफ जारी अभियान के तहत इसके साथ ही एक सप्ताह में अब तक नौ दहशतगर्दों को ढेर कर किया जा चुका है।

कश्मीर जोन पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए बताया कि एक संयुक्त ऑपरेशन में सेना और पुलिस ने कुपवाड़ा के माच्छिल सेक्टर के काला जंगल में चार आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। आतंकी पीओजेके से भारतीय सीमा की तरफ घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान सुरक्षा बलों ने उन्हें ढेर कर दिया। सुरक्षा बलों ने संबंधित इलाके को घेर लिया है। मौके पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

पिछले हफ्ते केरन सेक्टर में मारे गए थे 5 आतंकी

इससे पहले 16 जून शुक्रवार को भी कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया गया था। शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने पांच पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया गया। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर रातभर चली मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए। पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया।

सेना के अधिकारी गिरीश कालिया ने बताया कि एलओसी पर जमागुंड इलाके में घुसपैठ की सूचना पर सुरक्षा बलों ने कई जगहों पर मोर्चा लगाया था। इस दौरान रात एक बजे देखा गया कि पांच आतंकी घुसपैठ कर इस पार दाखिल होने की कोशिश कर रहे हैं। सीमा में आने पर आतंकियों को ललकारा गया तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी काररवाई से एक एक कर पांच आतंकी मार गिराए गए। वहीं, 13 जून को माच्छिल सेक्टर में दो पाकिस्तानी आतंकी ढेर किए गए थे।

अनंतनाग में आतंकवादी के सहयोगी का घर कुर्क

इससे पहले कल जम्मू-कश्मीर पुलिस की विशेष जांच इकाई (एसआईयू) ने अनंतनाग जिले में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक आतंकवादी के सहयोगी के घर को कुर्क कर लिया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि एसआईयू आतंकवादियों को पनाह देने और उन्हें रसद सहायता प्रदान करने के मामलों पर काररवाई जारी रखते हुए सुबहानपुरा बिजबेहरा इलाके में आतंकवादी के सहयोगी का मकान कुर्क किया।

उन्होंने कहा कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत दर्ज प्राथमिकी संख्या 22/2022 के आधार पर जांच के दौरान पता चला कि आतंकवादी के सहयोगी जुबैर अहमद गनी के पिता अब्दुल रहमान गनी के मकान का इस्तेमाल प्रतिबंधित संगठन के आतंकवादी कर रहे थे।