नई दिल्ली, 18 मार्च। पांच राज्यों में करारी हार के बाद अंदरूनी कलह झेल रही कांग्रेस के अंदर बैठकों का दौर जारी है। दो गुटों में बंटी नजर आ रही पार्टी में एक तरफ सीडब्ल्यूसी वाली टीम खड़ी है तो दूसरी तरफ जी-23 का वो धड़ा है, जो लगातार शीर्ष नेतृत्व को चुनौती दे रहा है। अब इस खाई को पाटने के लिए जी-23 के नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार की शाम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है।
सोनिया गांधी से मिलना कोई खबर नहीं है
गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी के निवास 10, जनपथ से निकलने के बाद मीडिया को बताया कि सोनिया गांधी से मिलना कोई खबर नहीं है। वह उनसे मिलते रहते हैं। इस बार भी आने वाले चुनावों को लेकर कुछ चर्चा हुई है। इसके अलावा बीते चुनाव में कांग्रेस की जो हार हुई है, उसको लेकर भी बातचीत हुई है। उन्होंने कहा, ‘इस मुलाकात में इस बात पर जोर दिया गया कि कि आने वाले चुनावों में एकजुट होकर लड़ा जाएगा, जिससे दूसरे दलों को हराया जा सके।’
वैसे इससे पहले सोनिया गांधी फोन पर भी दो बार गुलाम नबी से बात कर चुकी हैं। तब भी उन्होंने कांग्रेस में जारी अंदरूनी लड़ाई को कम करने की कोशिश थी। इस प्रयास में राहुल गांधी भी एक सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने भी जी-23 के नेताओं से संपर्क साधा है। उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा से 45 मिनट की एक अहम मुलाकात की है। हालांकि इस बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई, यह स्पष्ट नहीं हो सका।