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उद्योगपति गौतम अदाणी के छोटे बेटे जीत वैवाहिक बंधन में बंधे, हीरा कारोबारी जैमिन शाह की बेटी दिवा बनीं जीवन संगिनी

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अहमदाबाद, 7 फरवरी। देश के अरबपति उद्योगपतियों में एक व अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी के छोटे बेटे जीत अदाणी शुक्रवार को यहां मशहूर हीरा कारोबारी जैमिन शाह की बेटी दिवा जैमिन शाह के साथ परिणय सूत्र में आबद्ध हो गए।

अहमदाबाद के अदाणी शांतिग्राम टाउनशिप स्थित बेल्वेडियर क्लब में अपराह्न पारंपरिक रीति रिवाजों के बीच शादी संपन्न हुई। सामान्य धार्मिक अनुष्ठानों और पारंपरिक गुजराती समारोह में सिर्फ करीबी रिश्तेदार और दोस्त शामिल हुए।

मंगल सेवासे हुई थी शादी की शुरुआत

उल्लेखनीय है कि शादी से दो दिन पहले, अदाणी परिवार ने नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं की सहायता के लिए ‘मंगल सेवा’ कार्यक्रम का एलान किया था। इस पहल के तहत हर वर्ष 500 दिव्यांग बहनों को 10-10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी। जीत अदाणी ने गत पांच फरवरी को अपने आवास पर 21 नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं और उनके पतियों से मुलाकात की थी और उन्हें 10-10 लाख रुपये का चेक प्रदान किया था।

गौतम अदाणी ने शेयर कीं बेटे की शादी की तस्वीरें

इस बीच अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने बेटे की शादी की पहली तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की हैं। उन्होंने तस्वीरों के साथ लिखा, ‘परमपिता परमेश्वर के आशीर्वाद से जीत और दिवा आज विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए। यह विवाह आज अहमदाबाद में प्रियजनों के बीच पारंपरिक रीति रिवाजों और शुभ मंगल भाव के साथ संपन्न हुआ। यह एक छोटा और अत्यंत निजी समारोह था, इसलिए हम चाह कर भी सभी शुभचिंतकों को आमंत्रित नहीं कर सके, जिसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूं। मैं आप सभी से बेटी दिवा और जीत के लिए स्नेह और आशीष का हृदय से आकांक्षी हूं।’

शादी के उपलक्ष्य में 10 हजार करोड़ रुपये का किया दान

महाकुम्भ मेले की यात्रा के दौरान गौतम अदाणी ने कहा था कि उनके बेटे की शादी ‘सादगी और पारंपरिक तरीके’ से होगी। अपने कथनानुसार उन्होंने न केवल शादी को साधारण रखा, बल्कि शादी के उपलक्ष्य में उन्होंने सेवा का संकल्प भी लिया और समाज सेवा के लिए 10,000 करोड़ रुपये भी दान किए। बेटे की शादी के अवसर पर यह अनोखा उपहार उन्होंने समाज के कल्याण के लिए दिया है।

गौतम अदाणी का यह दान उनके परमार्थ के विचार ‘सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है’ पर आधारित है। उनके दान का बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर खर्च किया जाएगा। इस पहल से समाज के सभी वर्गों को किफायती विश्व स्तरीय अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, शीर्ष स्तरीय के-12 स्कूलों और सुनिश्चित रोजगार क्षमता के साथ ग्लोबल स्किल एकेडमी के नेटवर्क तक पहुंच प्रदान होगी।

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