नई दिल्ली, 1 अक्टूबर। स्वच्छ भारत अभियान के तहत इस वर्ष की स्वच्छता रैंकिंग का एलान कर दिया गया। इसके तहत इंदौर को लगातार छठी बार पहला स्थान मिला है। वहीं मध्य प्रदेश को बड़े राज्यों में पहला स्थान दिया गया है जबकि त्रिपुरा छोटे राज्यों में पहले स्थान पर है।
LIVE: President Droupadi Murmu's address at the presentation of awards for ‘Azadi@75 Swachh Survekshan-2022' https://t.co/TjEVG1K8zB
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 1, 2022
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। इस मौके पर केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और अन्य भी मौजूद थे। राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी विजेता शहरों को बधाई देते हुए इंदौर मॉडल पूरे देश में लागू करने की जरूरत बताई।
सूरत का दूसरा स्थान कायम, नवी मुंबई ने विजयवाड़ा से छीना तीसरा स्थान
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 पुरस्कार में इंदौर को लगातार छठी बार भारत के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में स्थान दिया गया है। वहीं सूरत ने अपना दूसरा स्थान बरकरार रखा जबकि नवी मुंबई ने विजयवाड़ा से तीसरा स्थान छीन लिया है।
President Droupadi Murmu presented the Swachh Survekshan Awards 2022 at a function held in New Delhi today.
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सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में मध्य प्रदेश ने पहला स्थान हासिल किया है। इसके बाद छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र का स्थान है। सर्वेक्षण के परिणामों के अनुसार 100 से कम शहरी स्थानीय निकायों वाले राज्यों में त्रिपुरा ने शीर्ष स्थान हासिल किया है। एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में महाराष्ट्र का पंचगनी पहले स्थान पर रहा। इसके बाद छत्तीसगढ़ का पाटन (एनपी) और महाराष्ट्र का करहड़ रहा।
हरिद्वार गंगा के किनारे बसा सबसे स्वच्छ शहर, वाराणसी को दूसरा स्थान
एक लाख से अधिक आबादी की श्रेणी में हरिद्वार गंगा के किनारे बसा सबसे स्वच्छ शहर रहा। इसके बाद वाराणसी और ऋषिकेश रहे। एक लाख से कम आबादी वाले गंगा के किनारे बसे शहरों में बिजनौर पहले स्थान पर रहा। इसके बाद क्रमशः कन्नौज और गढ़मुक्तेश्वर का स्थान रहा।
महाराष्ट्र का देवलाली देश का सबसे स्वच्छ छावनी बोर्ड
सर्वेक्षण में महाराष्ट्र के देवलाली को देश का सबसे स्वच्छ छावनी बोर्ड चुना गया। स्वच्छ सर्वेक्षण का सातवां संस्करण स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की प्रगति का अध्ययन करने और विभिन्न स्वच्छता मानकों के आधार पर शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) को रैंक देने के लिए आयोजित किया गया था।