नई दिल्ली, 22 अक्टूबर। वैश्विक उथल-पुथल के बाद भी केंद्र की नीतियों की वजह से देश में अर्थव्यवस्था पटरी पर है। ऐसे में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि भारत की विकास की कहानी बरकरार है, क्योंकि इसके मूलभूत- खपत और निवेश की मांग गति पकड़ रहे हैं।
वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने की संभावना
आरबीआई के मासिक बुलेटिन में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि बेहतर कृषि परिदृश्य और ग्रामीण मांग के कारण निजी खपत की संभावनाएं उज्ज्वल दिख रही हैं।
सेवाओं में निरंतर उछाल
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि सेवाओं में निरंतर उछाल से शहरी मांग को भी समर्थन मिलेगा। केंद्र और राज्यों के सरकारी व्यय में बजट अनुमानों के अनुरूप तेजी आने की उम्मीद है। आरबीआई के दस्तावेज के अनुसार, 2024-25 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।