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एशियाई पैरा खेलों में भी भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन, 29 स्वर्ण सहित 111 पदकों के साथ अभियान का समापन

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हांगझू, 28 अक्टूबर। इसी माह की शुरुआत में हांगझू एशियाई खेलों में पहली बार 100 से ज्यादा पदक जीतने वाले भारतीय दल ने शनिवार को यहीं संपन्न चतुर्थ एशियाई पैरा खेलों में भी ऐतिहासिक प्रदर्शन किया और 29 स्वर्ण, 31 रजत और 51 कांस्य सहित कुल 111 पदकों के साथ अपने यादगार अभियान का समापन किया।

एशियाई खेलों की भांति पैरा एशियाड में भी भारत ने पहली बार 100 से ज्यादा पदक बटोरे

भारत ने प्रतियोगिता के सातवें और अंतिम दिन समापन समारोह से पहले चार स्वर्ण, दो रजत और छह कांस्य पदक के साथ 12 पदक जीते। पैरा एशियाई खेलों में यह भारतीय खिलाड़ियों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है, जब उन्होंने 100 से ज्यादा पदक जीते। पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2018 के जकार्ता एशियाई पैरा खेलों में देखने को मिला था, जब भारतीयों ने 15 स्वर्ण, 24 रजत और 33 कांस्य पदक सहित 72 पदक जीते थे।

इससे पहले 23 सितम्बर से आठ अक्टूबर तक यहीं आयोजित 19वें एशियाई खेलों में भी भारत ने पहली बार 100 पदकों का आंकड़ा पार किया था और 107 पदकों (28 स्वर्ण, 38 रजत, 41 कांस्य) के रिकॉर्ड के साथ पदक तालिका में चौथे स्थान पर रहा था।

पदक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा भारत

भारतीय दल एशियाई पैरा खेलों की पदक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा। मेजबान चीन ने 521 पदक (214 स्वर्ण, 167 रजत और 140 कांस्य) जीते जबकि ईरान (44+46+41=131), जापान (42+49+59=150) और कोरिया (30+33+40=103) क्रमशः दूसरे से चौथे स्थान पर रहे।

दिलीप गावित के स्वर्ण से पार हुआ 100 पदकों का आंकड़ा

पुरुषों की टी-47 400 मीटर स्पर्धा में सुबह दिलीप महादु गावित द्वारा जीते गए 26वें स्वर्ण के साथ भारत ने प्रतिष्ठित 100 पदक का आंकड़ा पार कर लिया। गावित ने पुरुषों की 400 मीटर टी47 स्पर्धा में 49.48 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता, जिसमें वह इंडोनेशिया के नूर फेरी प्रदाना और श्रीलंका के मरावाका सुबासिंघे से आगे रहे।

इस बीच भारतीय पैरालम्पिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा, ‘हमने इतिहास रच दिया। हमारे पैरा एथलीटों ने देश को गौरवान्वित किया है। अब पेरिस पैरालम्पिक में टोक्यो से अधिक पदक जीतेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हम इस प्रदर्शन से हैरान नहीं है। हमें 110 से 115 के बीच पदक मिलने की उम्मीद थी और 111 शुभ आंकड़ा है।’

भारतीय खिलाड़ियों ने सर्वाधिक 55 पदक एथलेटिक्स में जीते

भारतीय खिलाड़ियों ने सर्वाधिक 55 पदक एथलेटिक्स में जीते जबकि बैडमिंटन खिलाड़ियों ने चार स्वर्ण समेत 21 पदक जीते। शतरंज में आठ और तीरंदाजी में सात पदक मिले जबकि निशानेबाजों ने छह पदक जीते। आखिरी दिन भारत ने जो चार स्वर्ण समेत 12 पदक जीते, उनमें दो स्वर्ण सहित सात पदक शतरंज में, दो स्वर्ण सहित चार एथलेटिक्स में और एक नौकायन में मिला।

एथलेटिक्स में दिन का दूसरा स्वर्ण पदक पुरुषों की भाला फेंक एफ55 स्पर्धा में नीरज यादव ने 33.69 मीटर के साथ जीता। टेक चंद को कांस्य पदक मिला। वहीं महिलाओं की 1500 मीटर टी20 दौड़ में पूजा ने कांस्य पदक हासिल किया।

सतीश दर्पण की अगुआई में शतरंज में मिले दो स्वर्ण पदक

शतरंज में पुरुषों के व्यक्तिगत रैपिड वी1बी1 वर्ग में सतीश दर्पण ने स्वर्ण, प्रधान कुमार सौंदर्या ने रजत और अश्विनभाई मकवाना ने कांस्य पदक जीता। तीनों ने टीम वर्ग का स्वर्ण भी भारत की झोली में डाला।

किशन गंगोली ने पुरुषों की व्यक्तिगत रैपिड वी1 बी2 बी3 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। गंगोली, सोमेंद्र ओर आर्यन जोशी ने टीम वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया। महिला रैपिड वर्ग में वृत्ति जैन, हिमांशी राठी और संस्कृति मोरे को कांस्य पदक मिला। नौकायन में पीआर3 मिश्रित डबल स्कल में अनिता और के नारायणा ने रजत पदक जीता।