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हांगझू एशियाई खेल : भारत की घुड़सवारी ड्रेसेज टीम ने 41 वर्षों बाद जीता स्वर्ण पदक

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हांगझू, 26 सितम्बर। भारतीय घुड़सवारी ड्रेसेज टीम ने यहां जारी 19वें एशियाई खेलों में मंगलवार को स्वर्ण पदक जीता। सुदीप्ति हजेला, दिव्यकृति सिंह, हृदय छेड़ा, अनुष अग्रवाल की टीम ने 41 वर्षों बाद घुड़सवारी में भारत को यह उपलब्धि दिलाई। इससे पहले भारत ने 1982 के नई दिल्ली एशियाई खेलों में मेजबान की हैसियत से घुड़सवारी में स्वर्ण पदक जीता था।

टीम ड्रेसेज स्पर्धा में भारतीय टीम 209.205 के कुल स्कोर के साथ शीर्ष पर रही जबकि चीन ने 204.882 के साथ रजत पदक जीता और हांगकांग चीन 204.852 के साथ तीसरे स्थान पर रहा। भारतीयों ने एशियाई खेल 2018 में दो रजत पदक जीते थे।

सुदीप्ति हजेला (चिन्स्की – घोड़े का नाम), हृदय विपुल छेड़ा (केमक्सप्रो एमराल्ड), अनुश अग्रवाल (एट्रो) और दिव्याकृति सिंह (एड्रेनालिन फिरफोड) की टीम ने यह उपलब्धि हासिल की। ड्रेसेज टीम इवेंट में टीम के समग्र स्कोर के लिए केवल शीर्ष तीन कलाकारों के स्कोर पर विचार किया जाता है।

व्यक्तिगत ड्रेसेज में अनुश व विपुल पदक दौड़ में कायम

इस प्रदर्शन के साथ अनुश अग्रवाल और उनका घोड़ा एट्रो व्यक्तिगत ड्रेसेज इवेंट में दूसरे स्थान पर पहुंच गए, जो तीन दिनों तक जारी रहेगा। विपुल हृदय छेड़ा और उनका घोड़ा केमक्सप्रो एमराल्ड व्यक्तिगत ड्रेसेज में तीसरे स्थान पर हैं। अनुश अग्रवाल का 71.088 का स्कोर एक सनसनीखेज प्रदर्शन रहा क्योंकि वह आखिरी स्थान पर रहे और भारत की पदक की उम्मीदें बढ़ा दीं।

1982 के दिल्ली एशियाड में मेजबान की हैसियत से जीते थे तीन स्वर्ण

यह एशियाई खेलों में घुड़सवारी में भारत का केवल चौथा स्वर्ण पदक और इस स्पर्धा में कुल 13वां पदक था। घुड़सवारी में भारत के सभी तीन स्वर्ण पदक 1982 के दिल्ली एशियाई खेलों में आए थे। रघुबीर सिंह ने व्यक्तिगत इवेंटिंग में स्वर्ण पदक जीता था जबकि भारत ने टीम इवेंटिंग में भी स्वर्ण पदक जीता था और रूपिंदर सिंह बरार ने व्यक्तिगत टेंट पेगिंग में बाजी मारी थी।

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