Site icon hindi.revoi.in

विश्व महिला मुक्केबाजी में भारत के 4 रजत पक्के – नीतू, निकहत, लवलीना व स्वीटी फाइनल में

Social Share

नई दिल्ली, 23 मार्च। मेजबान भारत के लिए यहां जारी विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में गुरुवार का दिन शानदार रहा, जब रिंग में उतरीं उसकी चारों मुक्केबाज संबंधित भार वर्ग के फाइनल में पहुंच गई। नीतू घंघास (48 किलो), निकहत जरीन (50 किलो), लवलीना बोरगोहेन (75 किलो) व स्वीटी बूरा (81 किलो) ने सेमीफाइनल में अपनी प्रतिद्वंद्वियों को हराकर भारत के लिए कम से कम चार रजत पदक पक्के कर दिए।

मौजूदा चैंपियन निकहत की एकतरफा जीत

मौजूदा चैंपियन निकहत जरीन ने रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया को 5-0 से शिकस्त दी। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता निकहत ने अपनी फुर्ती और रणनीतिक दक्षता से वालेंसिया को पराजित किया और अपने खिताब के बचाव की ओर कदम बढ़ाना जारी रखा।

नीतू की दमदार वापसी

वहीं राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू ने कजाखस्तान की अलुआ बाल्कीबेकोवा पर 5-2 से जीत हासिल की। नीतू और बाल्कीबेकोवा के बीच मुकाबला पिछले साल के क्वार्टरफाइनल जैसा ही था। इसमें राष्ट्रमंडल खेलों की चैम्पियन नीतू और बाल्कीबेकोवा ने पहले दौर में एक दूसरे पर जमकर मुक्के जड़े। हालांकि कजाखस्तान की मुक्केबाज ज्यादा हावी रहीं, जिससे पहला राउंड 3-2 से उनके नाम रहा।

दूसरे राउंड में हालांकि नीतू ने मजबूत वापसी करते हुए दमदार ‘हुक्स’ और ‘जैब्स’ जड़े। दोनों मुक्केबाज एक दूसरे को जकड़ने की कोशिश करती रहीं, लेकिन नीतू इस राउंड को अपने नाम करने में सफल रही। अगले तीन मिनट काफी तनावपूर्ण रहे जिसमें नीतू ने बाल्कीबेकोवा से बेहतर प्रदर्शन किया जिससे मुकाबले का ‘रिव्यू’ किया गया और उन्हें विजेता घोषित किया गया।

लवलीना पहली बार फाइनल में

उधर लवलीना बोरगेहेन ने 75 किलो वर्ग के सेमीफाइनल में पूर्व विश्व चैंपियन व दो बार की ओलंपिक पदक विजेता चीनी बॉक्सर ली क्वियान को 4-1 से शिकस्त दी। टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना ने पहली बार विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में जगह सुरक्षित की।

स्वीटी ने ऑस्ट्रेलियाई मुक्केबाज को शिकस्त दी

भारत की ओर से आज की आखिरी बाउट में उतरीं स्वीटी ने ऑस्ट्रेलियाई मुक्केबाज सुए-एमा ग्रीनट्री को विभाजित फैसले के जरिए 4-3 से परास्त किया और दूसरी बार विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया। 30 वर्षीया मुक्केबाज ने वर्ष 2014 में रजत पदक जीता था।

Exit mobile version