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ब्रिटेन के पेय उद्योग में नई ऊंचाइयां छू रहीं भारतीय महिलाएं, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हुआ सम्मान

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लंदन, 8मार्च । अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ब्रिटेन में उन भारतीय महिलाओं का सम्मान किया गया, जिन्होंने पेय उद्योग के क्षेत्र में मुकाम हासिल किया है। महाराजा ड्रिंक्स कंपनी ने बताया कि पहले इस उद्योग में पुरुषों का दबदबा था, लेकिन अब महिलाएं भी इस क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं।

महाराजा ड्रिंक्स कंपनी भारत में तैयार पेय उत्पादों को ब्रिटेन के बाजारों में पहुंचा रही है। कंपनी ने आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर उन भारतीय महिलाओं का सम्मान किया, जो इस उद्योग में नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। इस कंपनी का शुभारंभ हाल ही में किया गया।

कंपनी ने बताया कि शराब उद्योग पर पारंपरिक रूप से पुरुषों का वर्चस्व रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में भारतीय महिलाओं द्वारा संचालित पेय उद्यमों और व्यवसायों की बाढ़ आ गई है। एक ने महिला बैंकिंग क्षेत्र को छोड़ बारटेंडिंग शुरू की और अब वह अपने घर में रम बनाती हैं। वह दार्जिलिंग में एक चाय उद्यम के साथ मिलकर काम कर रही हैं। इस चाय उद्यम से आठ गांवों की 350 महिलाएं जुड़ी हुई हैं। महाराजा ड्रिंक्स ने कहा कि वह महिलाओं के कौशल को ब्रिटेन में मुकाम दिलाने के लिए काम कर रही है।

ब्रिटेन में शराब खरीदने वालों में अधिकांश महिलाएं
महाराजा ड्रिंक्स की सोफिया लोंगी बताती हैं कि ब्रिटेन में बेची जाने वाली अधिकांश शराब महिलाएं खरीदती हैं। अधिकांश महिलाएं शराब बना रही हैं, बेच रही हैं और शराब के बारे में बात कर रही हैं। उन्होंने कहा, महाराजा ड्रिंक्स में शराब की आपूर्तिकर्ता भी महिलाएं हैं।

महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात के फलों से बनाती है रिदम वाइनरी
विदिता मुंगी रिदम वाइनरी कंपनी चलाती हैं, जो लगातार अपनी पहचान रही है। यह कंपनी विभिन्न फलों को मिलाकर पेय बनाती है। इसमें महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात के खेतों-बागानों से फलों का उपयोग किया जाता है। नासिक की किरण पाटिल रेवेइलो वाइन्स नाम का व्यवसाय चलाती हैं। वह कला और विज्ञान के तालमेल के साथ सौ फीसदी शाकाहारी मादक पेय बनाती हैं।

महाराजा ड्रिंक्स ने दो महिलाओं के काम को दिया बढ़ावा
कस्तूरी बनर्जी पहले बैंकर थीं, लेकिन अब वह बारटेंडर बन गई हैं। उन्होंने ‘स्टिलडिस्टिलिंग स्पिरिट्स’ नाम की कंपनी शुरू की है, जो माका जाई नाम की सफेत और गोल्ड रम बनाती है। वर्णा भट एक भारतीय वोडका ‘रहस्य’ की निर्माता हैं, जो स्थानीय समाग्री का उपोयग करके बनाई जाती है।

गैर-मादक पेय पदार्थों के क्षेत्र में महाराजा ड्रिंक्स ने दो महिलाओं के काम को बढ़ावा दिया है। पहली हुस्ना तारा प्रकाश हैं, जो दार्जिलिंग की पहाड़ियों से ग्लेनबर्न चाय बनाती हैं। दूसरी मुस्कान खन्ना हैं, जो कन्नूर में टी एन टीज नाम का महिला नेतृत्व वाला चाय उद्यम चलाती हैं।

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