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महिला ACT हॉकी : घरेलू मैदान पर खिताब बरकरार रखने उतरेगी भारतीय टीम

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राजगीर (बिहार), 10 नवम्बर। वर्ष पर्यंत खराब फॉर्म से संघर्षरत भारतीय महिला हॉकी टीम सोमवार से यहां प्रारंभ हो रही एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी (ACT) में खिताब बचाने के साथ नए ओलम्पिक चक्र की शुरुआत करना चाहेगी।

पेरिस ओलम्पिक की अर्हता पाने में असफल रही भारतीय टीम ने इस वर्ष एफआईएच प्रो लीग में 16 में से 13 मैच गंवाए और सिर्फ दो जीते जबकि एक ड्रॉ रहा। भारत को इस टूर्नामेंट में मौजूदा ओलम्पिक रजत पदक विजेता चीन, जापान, कोरिया, मलेशिया और थाईलैंड से चुनौती मिलेगी। वैसे भारत विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज चीन के साथ खिताब की प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा। दक्षिण कोरिया ने तीन बार और जापान ने दो बार खिताब जीते हैं।

पहले दिन कमजोर मलेशिया से होगा मुकाबला

टूर्नामेंट के अब तक सात संस्करणों में दो बार यानी सिंगापुर (2016) और रांची (2023) चरण के विजेता भारत की पहले दिन निचली रैंकिंग वाली मलेशियाई टीम से मुलाकात होगी। पहले दिन के अन्य दो मैचों में जापान का सामना दक्षिण कोरिया से होगा जबकि चीन की टक्कर थाईलैंड से होगी।

सलीमा टेटे के हाथों युवा व अनुभवी खिलाड़ियों की मिश्रित टीम की कमान

सलीमा टेटे की कप्तानी में उतर रही मेजबान टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण है। स्ट्राइकर नवनीत कौर को उप कप्तान की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डिफेंस की कमान उदिता, ज्योति, इशिका चौधरी, सुशीला चानू और वैष्णवी विट्टल फाल्के के हाथ में होगी। मिडफील्ड में कप्तान टेटे के अलावा नेहा, शर्मिला देवी, मनीषा चौहान, सुनेलिटा टोप्पो और लालरेम्सियामी जिम्मा संभालेंगी। फॉरवर्ड पंक्ति में नवनीत, संगीता कुमारी, दीपिका, प्रीति दुबे और ब्यूटी डुंगडुंग पर जिम्मेदारी होगी। गोलकीपिंग में पूर्व कप्तान सविता और युवा बिछू देवी खारीबम पर नजरें रहेंगी। सुशीला और ब्यूटी फिटनेस समस्याओं से उबरकर टीम में वापसी कर रहीं हैं।

पेरिस ओलम्पिक नहीं खेल पाना अब अतीत की बात – कोच हरेंद्र सिंह

कोच हरेंद्र सिंह ने मैच से पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘पेरिस ओलम्पिक नहीं खेल पाना अब अतीत की बात है। हम उससे आगे निकलकर अब लॉस एंजलेस 2028 ओलम्पिक की तैयारी कर रहे हैं और उसके लिए यह पहला कदम है। काफी महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है और हम जीत के साथ आगाज करना चाहेंगे।’

सलीमा टेटे प्रो लीग के यूरोपीय चरण में भारत की कप्तानी कर चुकी है, जिसमें प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। उन्होंने इसके लिए फिटनेस की कमी और मानसिक दृढता के अभाव को दोषी ठहराया था। टोक्यो ओलम्पिक 2021 में इतिहास रचने के बाद टीम पेरिस ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी और पिछली बार एफआईएच प्रो लीग में भी खराब प्रदर्शन रहा।

टेटे बोलीं – अतीत का दुख मनाते रहने से कुछ हासिल नहीं होने वाला

टेटे ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हमारे पास बेहतरीन टीम है, जिसमें युवा और अनुभवी खिलाड़ी हैं। हमें पेरिस ओलम्पिक को भुलाकर आगे बढ़ना है और अपनी धरती पर एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी खिताब बरकरार रखकर हम अगले ओलम्पिक चक्र की तैयारी शुरू करेंगे। कोच हरेंद्र सर ने भी हमें यही सिखाया है और हमें भी पता है कि अतीत का दुख मनाते रहने से कुछ हासिल नहीं होने वाला।’

कीट-पतंगों से बचने के लिए अब सभी मैच में दोपहर में खेले जायेंगे

टूर्नामेंट के सारे मैच अब फ्लडलाइट में कीट पतंगों के झुंड के संभावित व्यवधान से बचने के लिए शाम के बजाय दोपहर में खेले जायेंगे। संशोधित कार्यक्रम के अनुसार अब दिन का पहला मैच 12.15 पर, दूसरा 2.30 और आखिरी 4.45 पर खेला जाएगा। पहले ये मैच दोपहर तीन बजे, शाम सवा पांच और साढे सात बजे से होने थे। भारत का मैच अपराह्न 4.45 बजे से होगा।

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