मुंबई, 3 जुलाई। मजबूत वैश्विक संकेतों के साथ-साथ घरेलू स्तर पर एचडीएफसी बैंक की अगुआई में बैंकों एवं दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कम्पनियों के शेयरों में तगड़ी लिवाली के सहारे भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार को फिर नए इतिहास का सृजन किया। इस क्रम में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के दौरान पहली बार 80,000 के ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंचने के बाद तनिक नीचे बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का मानक सूचकांक निफ्टी भी अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
सेंसेक्स 545.35 अंक उछलकर 79,986.80 पर थमा
बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में पहली बार ऐतिहासिक 80,000 अंक के स्तर को पार कर गया। कारोबार के अंत में यह 545.35 अंक यानी 0.69 प्रतिशत उछलकर 79,986.80 पर बंद हुआ। एक समय यह 632.85 अंकों की छलांग के साथ 80,074.30 के अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
सात कारोबारी में सत्रों में 2,645.72 अंकों की छलांग
इस प्रकार सेंसेक्स ने पिछले कुछ दिनों का अपना रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन जारी रखा है। इस सूचकांक ने 25 जून को पहली बार 712.44 अंक की वृद्धि के साथ 78,000 का स्तर पार किया था और 27 जून को 79,000 का स्तर पार किया था। सेंसेक्स से संबद्ध 30 कम्पनियों में 24 के शेयरों में बढ़ोतरी रही और सिर्फ छह के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। यानी कुल सात कारोबारी में सत्रों में 2,645.72 अंकों की छलांग देखने को मिली।
निफ्टी 162.65 अंक चढ़कर 24,286.50 के सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद
उधर एनएसई का निफ्टी 162.65 अंक यानी 0.67 प्रतिशत चढ़कर 24,286.50 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 183.4 अंक बढ़कर 24,307.25 के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। निफ्टी से जुड़ी 50 कम्पनियों में 38 के शेयर हरे निशान में बंद हुए जबकि 12 में गिरावट देखने को मिली।
अदाणी पोर्ट्स में सर्वाधिक 2.49 प्रतिशत की तेजी रही
सेंसेक्स के समूह में शामिल कम्पनियों में से अदाणी पोर्ट्स में सर्वाधिक 2.49 प्रतिशत की तेजी रही। कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, पावर ग्रिड, जेएसडब्ल्यू स्टील, बजाज फाइनेंस और टाटा स्टील के शेयरों में भी बढ़त दर्ज की गई।
इसके विपरीत टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स और लार्सन एंड टूब्रो के शेयरों में गिरावट रही। क्षेत्रवार सूचकांकों में बैंकिंग खंड में 1.75 प्रतिशत और वित्तीय सेवा खंड में 1.55 प्रतिशत की तेजी रही। दूरसंचार खंड में भी 1.44 प्रतिशत की बढ़त देखी गई।
विशेषज्ञों की नजर में शेयर बाजार में जारी तेजी के पीछे ये हैं प्रमुख कारण
भारतीय शेयर बाजार में तेजी के पीछे विशेषज्ञ कई कारण मान रहे हैं। इनमें सेंसेक्स के शेयरों में सबसे अधिक वेटेज वाले HDFC बैंक के शेयरों में तेजी, बैंकिंग स्टॉक में तेजी, FMCG शेयरों से मिल रहे सपोर्ट, जून माह के अब तक आए आर्थिक आंकड़े, जून तिमाही के कम्पनियों के नतीजे अच्छे रहने की उम्मीद के अलावा आगामी बजट से जुड़ी उम्मीदें और मजबूत वैश्विक संकेत शामिल हैं। वैश्विक स्तर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व प्रमुख की 2025 के अंत तक मुद्रास्फीति दो प्रतिशत पर आ जाने की टिप्पणी ने भी सकारात्मक धारणा पैदा की।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में नुकसान देखा गया। यूरोप के बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।
इस बीच वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.09 प्रतिशत बढ़कर 86.32 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,000.12 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की।