नई दिल्ली, 5 नवम्बर। भारत के पेशेवर मुक्केबाज मनदीप जांगड़ा ने विश्व मुक्केबाजी महासंघ (WBF) का सुपर फेदरवेट विश्व खिताब जीत लिया है। 31 वर्षीय मनदीप ने केमैन आइलैंड्स में ब्रिटेन के कॉनर मैकिन्टोश को हराकर यह उपलब्धि अर्जित की।
पूर्व ओलम्पिक रजत पदक विजेता रे जोन्स जूनियर के अधीन प्रशिक्षण लेने वाले मनदीप को अब तक अपने पेशेवर करिअर में अब तक सिर्फ एक हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने शुरुआत से ही शक्तिशाली मुक्के बरसाते हुए पूरे 10 राउंड तक अपनी सहनशक्ति बनाए रखी जबकि ब्रिटिश मुक्केबाज़ को गति बनाए रखने में संघर्ष करना पड़ा। कॉनर ने वापसी की कोशिश की, लेकिन जांगड़ा ने अधिकतर राउंड में बढ़त बनाए रखी।
हरियाणा के इस मुक्केबाज ने 2021 में पेशेवर मुक्केबाजी में पदार्पण किया और उम्मीद है कि यह खिताब और अधिक भारतीय मुक्केबाजों को पेशेवर बनने के लिए प्रेरित करेगा। जांगड़ा ने अपने पेशेवर करिअर में 12 में से 11 मुकाबले जीते हैं, जिनमें से सात नॉकआउट जीत हैं। उन्होंने शौकिया सर्किट में भी अच्छा प्रदर्शन किया था और 2014 के ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था।
मनदीप बोले – ‘यह मेरे करिअर की सबसे बड़ी जीत में से एक‘
मनदीप जांगड़ा ने मीडिया से कहा, ‘यह मेरे करिअर की सबसे बड़ी जीत में से एक है। मैं अपने प्रायोजक नैश बिल्ट कंस्ट्रक्शन, मुख्य कोच रे जोन्स, सहायक कोच आसा बियर्ड और एंजेल का आभारी हूं। मैंने इसे हासिल करने के लिए वर्षों तक कड़ी मेहनत की है। यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं देश का नाम रोशन कर सका।’
यह खिताब देश के अन्य मुक्केबाजों के लिए रास्ता खोलेगा
जांगड़ा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह खिताब देश के अन्य मुक्केबाजों के लिए रास्ता खोलेगा और वे भी पेशेवर मुक्केबाजी में अपना करिअर बनाने का फैसला करेंगे। हमारे मुक्केबाज अच्छे हैं और उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यदि उन्हें अच्छे प्रमोटर और मैनेजर मिलें, तो वे विश्व चैंपियन भी बन सकते हैं।’