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पेरिस ओलम्पिक : भारतीय हॉकी टीम लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में, ग्रेट ब्रिटेन को पेनाल्टी शूटआउट में शिकस्त दी, अब जर्मनी से होगा मुकाबला

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पेरिस, 4 अगस्त। नौवें ओलम्पिक स्वर्ण पदक के लिए तत्पर भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को यहां पेनाल्टी शूटआउट तक खिंचे पेरिस 2024 के रोमांचक क्वार्टरफाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 4-2 से चौंकाते हुए लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में जगह बना ली।

फाइनल में प्रवेश के लिए मंगलवार को जर्मनी से होगी मुलाकात

भारत की अब मंगलवार, छह अगस्त को सेमीफाइनल में जर्मनी से मुलाकात होगी, जिसने दिन के अंतिम क्वार्टरफाइनल में अर्जेंटीना को 3-2 से शिकस्त दी। वहीं दूसरे सेमीफाइनल में नीदरलैंड्स व स्पेन की टीमें आमने-सामने होंगी। स्पेन ने 3-2 की जीत से गत चैम्पियन स्पेन को बाहर किया जबकि नीदरलैंड्स ने गत उपजेता ऑस्ट्रेलिया को 2-0 से मात दी।

कप्तान हरमनप्रीत ने खेलों के मौजूदा संस्करण में किया सातवां गोल

यवेस-डु-मनोइर स्टेडियम में खेले गए संघर्षपूर्ण मुकाबले में निर्धारित समय तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर रहीं। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 22वें मिनट में मैच का अपना पहला व खेलों के मौजूदा संस्करण में सातवां गोल कर दल को बढ़त दिलाई थी जबकि पांच मिनट बाद ही ग्रेट ब्रिटेन के लिए मोर्टन ली ने बराबरी का गोल दाग दिया।

शूटआउट में गोलकीपर पीआर श्रीजेश का शानदार प्रदर्शन

शूटआउट में बारी थी भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश की, जो ओलम्पिक खेलों के बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास की पहले ही घोषणा कर चुके हैं। श्रीजेश ने अपने अनुभव और कौशल का शानदार मिश्रण दिखाते हुए दो ब्रिटिश स्ट्राइकरों – कॉनर विलियम्सन व फिलिप रोपर को गोल करने से रोका, जिसकी बदौलत भारत शीर्ष 4 में जगह बनाने में सफल हो पाया। भारत के लिए जहां हरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राज कुमार पाल ने गोल किए वहीं ग्रेट ब्रिटन के लिए जेम्स एल्बेरी व जैच वालेस ही लक्ष्य भेद सके।

टोक्यो 2020 के क्वार्टरफाइनल में भी भारतीयों ने ब्रिटेन को ही मात दी थी

उल्लेखनीय है कि FIH विश्व रैंकिंग में पांचवें स्थान पर काबिज भारत ने टोक्यो 2020 के क्वार्टरफाइनल में भी ब्रिटेन को ही 3-1 से हराकर सेमीफाइनल का सफर तय किया था। हालांकि मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली टीम सेमीफाइनल में चैम्पियन बेल्जियम से हार गई थी और फिर उसने कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी को शिकस्त दी थी।

पहले क्वार्टर में दोनों टीमों ने एक-एक पेनाल्टी कॉर्नर जाया किए

मैच की बात करें तो विश्व नंबर दो ग्रेट ब्रिटेन ने पहले क्वार्टर के पांचवें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन भारतीय खिलाड़ी अमित रोहिदास ने शानदार डिफेंस दिखाते हुए विरोधी टीम को सफलता हाथ नहीं लगने दी। इसके अगले मिनट में ही पीआर श्रीजेश ने भी शानदार बचाव किया और भारत को मैच में बनाए रखा।

खेल के 11वें मिनट में भारतीय खिलाड़ी अभिषेक के पास खाता खोलने का शानदार मौका था, लेकिन विपक्षी गोलकीपर ने उन्हें असफल कर दिया। भारत ने खेल के 13वें मिनट में पहला पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन फिर निराशा हाथ लगी। इसी तरह खेल का पहला क्वार्टर गोलरहित रहा।

अमित रोहिदास को रेड कार्ड के बाद भारत को 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा

दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में ही भारत को करारा झटका लगा, जब भारतीय डिफेंस के अहम खिलाड़ी अमित रोहिदास को विपक्षी खिलाड़ी विलियम कैलन के चेहरे के पास अपने स्टिक ले जाने के लिए रेफरी ने रेड कार्ड दिखाया, जिसके चलते वह मैच से बाहर हो गए और भारत को बचे मैच में सिर्फ 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा।

हरमनप्रीत ने दिलाई बढ़त, मोर्टन ली के गोल से ब्रिटेन ने बराबरी की

खेल के 22वें मिनट में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करते हिए टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। लेकिन ग्रेट ब्रिटेन ने पलटवार करते हुए खेल के 27वें मिनट में गोल कर मैच में 1-1 की बराबरी कर ली। हाफ टाइम से पहले दोनों टीमों ने शानदार खेल का मुजाहिरा किया।

अंतिम दो क्वार्टर में रोचक टक्कर के बावजूद कोई गोल नहीं हुआ

तीसरे क्वार्टर में ग्रेट ब्रिटेन ने 10 खिलाड़ियों के साथ खेल रही भारतीय टीम पर लगातार दबाव बनाए रखा और ज्यादातर समय गेंद अपने पास रखी। हालांकि, भारतीय डिफेंस ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए ग्रेट ब्रिटेन को कोई सफलता हाथ नहीं लगने दी। खास कर भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने ग्रेट ब्रिटेन के सभी प्रयासों को असफल कर दिया।

खेल का अंतिम क्वार्टर भी काफी मजेदार रहा, दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थीं और गोल की तलाश में लागातर प्रयास कर रही थी। लेकिन दोनों में से किसी को भी सफलता हाथ नहीं लगी और मैच का अंतिम और निर्णायक क्वार्टर गोलरहित रहा और मैच शूटआउट में पहुंच गया, जहां भारत के हाथ लॉटरी लगी।