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भारत सरकार ने अमेरिका को दिया जवाब – ‘पन्नून की हत्या की साजिश का आरोप चिंताजनक और हमारी नीतियों के विपरीत’

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नई दिल्ली, 30 नवम्बर। अमेरिका के न्याय विभाग की ओर से भारतीय नागरिक पर लगाए गए गंभीर आरोप पर भारत सरकार ने जवाब दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका की ओर से एक व्यक्ति की हत्या की साजिश में भारतीय नागरिक का संबंध बताया जाना चिंताजनक और सरकारी नीतियों के विपरीत है।

अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि 52 वर्षीय भारतीय नागरिक ने, जो भारत सरकार का कर्मचारी भी है, न्यूयार्क शहर के निवासी की हत्या की साजिश रची थी। विभाग ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरुपतवंत सिंह पन्नून का नाम नहीं लिया है, लेकिन उसका इशारा पन्नू की ओर है क्योंकि गुरवतपंत सिंह पन्नून अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क में ही रहता है। विभाग के अनुसार यह भारतीय नागरिक (निखिल गुप्ता) सुरक्षा प्रबंधन और खुफिया सूचनाओं को देखता था।

निखिल गुप्ता पर यह भी आरोप है कि उसने पन्नू की हत्या के लिए एक लाख डॉलर देने की बात कही थी। इसमें से 15 हजार डॉलर की अडवांस पेमेंट 9 जून, 2023 को कर दी गई थी। लेकिन, जिस शख्स को इस काम के लिए हायर किया गया था। वह अमेरिकी एजेंसी का ही खुफिया एजेंट था।

भारत ने अमेरिका को दिया जवाब

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आगे कहा, ‘अमेरिका के साथ द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग पर बातचीत के दौरान अमेरिकी पक्ष ने हमारे साथ कुछ इनपुट शेयर किए हैं। इस इनपुट में संगठित अपराधियों, बंदूकधारियों, आतंकवादियों और अन्य चरमपंथियों के बीच सांठगांठ का जिक्र है। हम ऐसे इनपुट को बहुत ही गंभीरता से लेते हैं। साथ ही इस मामले के सभी प्रासंगिक पहलुओं को देखने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है। जांच समिति के निष्कर्षों के आधार पर ही आगे आवश्यक काररवाई की जाएगी।’

अरिंदम बागची ने कहा, ‘जहां तक एक व्यक्ति के खिलाफ दर्ज किए गए मामले की बात है, अमेरिकी अदालत ने कथित तौर पर इसे एक भारतीय अधिकारी से जोड़ा है, जो कि चिंता का विषय है। हमने कहा है कि यह सरकार की नीतियों के भी विपरीत है। संगठित अपराध, तस्करी, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बंदूकबाजी, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और संगठनों के लिए एक गंभीर मुद्दा है। यही कारण है कि एक उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है। हम इसके परिणामों पर आगे की काररवाई करेंगे।’

ह्वाइट हाउस की प्रवक्ता ने दी थी प्रतिक्रिया

ह्वाइट हाउस की प्रवक्ता एड्रियन वॉटसन ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था, ‘भारत ने दोहराया है कि इस तरह की काररवाई उनकी पॉलिसी नहीं है।’ वॉटसन ने यह भी कहा, ‘हम समझते हैं कि भारत सरकार इस मामले की जांच कर रही है और आगामी दिनों में वह इस पर बहुत कुछ कहेगी। हमने उन्हें बता दिया है कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।’

गुरपतवंत सिंह पन्नून ने भारत ने आतंकी घोषित कर रखा है

भारत के खिलाफ हमेशा जहर उगलने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नून को भारत सरकार ने डेजिग्नेटिड टेररिस्ट यानी आतंकी घोषित कर रखा है। भारत में उसके खिलाफ राजद्रोह के तीन मामलों सहित 22 आपराधिक केस दर्ज हैं। पन्नू सिख फॉर जस्टिस (SFJ) नाम का समूह भी चलाता है, जिसे गृह मंत्रालय ने प्रतिबंधित संगठन की सूची में डाल रखा है। भारत को तोड़ने की हसरत रखने वाला खालिस्तानी आतंकी पन्नू विदेशी धरती पर कई बार खालिस्तान समर्थकों के साथ भारत विरोधी प्रदर्शन कर चुका है।