Site icon hindi.revoi.in

भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी – रोमानिया और हंगरी के रास्ते भारत लाए जाएंगे यूक्रेन में फंसे नागरिक

Social Share
FacebookXLinkedinInstagramTelegramWhatsapp

कीव, 25 फरवरी। यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने यहां मौजूद सभी भारतीय नागरिकों और छात्रों के लिए शुक्रवार को एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी के जरिए भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में मौजूद सभी भारतीयों को बताया है कि उन्हें भारत सरकार रोमानिया और हंगरी के रास्ते से बाहर निकालने के लिए काम कर रही है।

विदेश मंत्री जयशंकर ने रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया व यूक्रेनी समकक्षों से की बात

दरअसल, भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने की कोशिश में लगी हुई है। इसी क्रम में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया के अपने समकक्षों से बात की थी। जयशंकर ने यूक्रेन संकट को लेकर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भी फोन पर बातचीत की थी और इस बात को रेखांकित किया था कि हालात को शांत करने के लिए वार्ता एवं कूटनीति सर्वश्रेष्ठ रास्ता है।

विदेश मंत्रालय के दल भी इन देशों से लगी यूक्रेन की सीमा पर भेजे जा रहे

भारतीय दूतावास ने एक ट्वीट में बताया कि वह हंगरी सरकार के साथ मिलकर हर सम्‍भव सहायता प्रदान कर रहा है। विदेश मंत्रालय के दल भी पौलैंड, स्‍लोवाक गणराज्‍य और रोमानिया से लगी यूक्रेन की सीमा पर भेजे जा रहे हैं। पौलैंड से एक दल यूक्रेन की सीमा कराकोविक पहुंच रहा है। स्‍लोवाक गणराज्‍य से एक और भारतीय दल विस्‍ने नेमेक सीमा की ओर रवाना हो गया है जबकि रोमानिया से एक दल सुसीवा जा रहा है।

मंत्रालय ने इन सीमाओं के आसपास यूक्रेन में सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी है कि वे यूक्रेन से निकलने के लिए भारतीय दल से सम्‍पर्क करें। भारतीय दलों के सम्‍पर्क नम्‍बर मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलबध हैं।

फिलहाल, रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष पर दुनियाभर की नजरें टिकी हुई हैं। रूस द्वारा उठाए गए इस कदम की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा की जा रही है। उधर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस युद्ध में अब तक 137 से ज्यादा नागरिकों और सैन्यकर्मियों की मौत का दावा करते हुए कहा है कि अमेरिका सहित दुनिया के अन्य देशों ने इस लड़ाई में यूक्रेन को अकेले छोड़ दिया है।

Exit mobile version