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भारतीय दल ने हांगझू एशियाई खेलों में 28 स्वर्ण सहित 107 पदकों के साथ किया अपने अभियान का समापन

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हांगझू, 7 अक्टूबर। ‘इस बार सौ पार’ का लक्ष्य लेकर उतरा भारत का 655 सदस्यीय दल वाकई एशियाई खेलों के इतिहास में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में कामयाब रहा और 19वें एशियाई खेलों के औपचारिक समापन समारोह से एक दिन पूर्व संपन्न पदक स्पर्धाओं के बाद 28 स्वर्ण, 38 रजत व 41 कांस्य सहित 107 पदकों के साथ अपने शानदार अभियान का समापन किया।

अंतिम दिन भारतीय खिलाड़ियों ने जीते 6 स्वर्ण सहित 12 पदक

भारतीय खिलाड़ी शनिवार को जिन छह स्पर्धांओं के स्वर्ण पदक मुकाबले में उतरे, उनमें सफलता ही हाथ लगी। मसलन, पुरुष क्रिकेट, पुरुष युगल बैडमिंटन, महिला व पुरुष कबड्डी और व्यक्तिगत कंपाउंड तीरंदाजी (महिला व पुरुष) में स्वर्णिम सफलताएं मिलीं। इन छह स्वर्ण पदकों के अलावा आज चार रजत व दो कांस्य पदक भी मिले। यानी दिन का समापन 12 पदकों के साथ हुआ।

पदल तालिका में प्रतिभागी देशों की स्थिति

एशियाई खेलों के इतिहास में यह पहला मौका है, जब भारतीय खिलाड़ियों ने 100 से ज्यादा पदक जीते। इस दौरान उन्होंने चार वर्ष पूर्व जकार्ता में 70 पदकों (16 स्वर्ण, 23 रजत और 31 कांस्य) के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ा। वहीं मेजबान चीन ने इस बार भी सर्वाधिक 382 पदकों (200+111+71) के साथ अन्य देशों को काफी पीछे छोड़ दिया। जापान (51+66+69=186) व कोरिया (42+59+89=190) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे जबकि उज्बेकिस्तान (22+18+31=71) भारत के बाद पांचवें स्थान पर रहा।

तीरंदाजी : दिन की शुरुआत महिला व्यक्तिगत कंपाउंड तीरंदाजी में अदिति गोपीचंद स्वामी का कांस्य था। उन्होंने कांस्य पदक मुकाबले में इंडोनेशिया की रतिह फाधली को 146-140 से हराया। ज्योति सुरेखा वेन्नम ने इसी स्पर्धा में दक्षिण कोरिया की चैवोन सो पर लगभग 149-145 की शानदार जीत के साथ स्वर्ण पदक जीता। कुछ ही समय बाद ओजस देलताले ने पुरुष कंपाउंड फाइनल में अपने हमवतन अभिषेक वर्मा के खिलाफ 149-147 की जीत के साथ स्वर्ण पदक जीता।

कबड्डी : भारत का पदक क्रमांक 100 महिला कबड्डी टीम के माध्यम से आया, जिसने फाइनल में चीनी ताइपे को 26-25 से हराया। बाद में पुरुष कबड्डी टीम ने विवादास्पद फाइनल में ईरान को हराकर महाद्वीपीय चैम्पियन के रूप में अपना स्थान वापस हासिल कर लिया।

विभिन्न स्पर्धाओं में भारत को मिले पदकों का विवरण

बैडमिंटन : सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने पुरुष युगल फाइनल में कोरिया गणराज्य के चोई सोलग्यू और किम वोन्हो को 56 मिनट में 21-18, 21-16 से हराया और बैडमिंटन में भारत ने एशियाई खेलों में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया।

क्रिकेट : अफगानिस्तान के साथ फाइनल बारिश के कारण रद होने के बाद भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ने उच्च रैंकिंग वाली टीम होने के कारण स्वर्ण पदक जीता।

शतरंज में पुरुष व महिला टीमों ने जीते रजत

भारत की पुरुष व महिला शतरंज टीमें भी रजत पदक जीतने में सफल रहीं। रमेशबाबू प्रज्ञानानंद, गुकेश डी, विदित गुजराती, अर्जुन एरिगैसी व पेंटाला हरिकृष्णा की पुरुष टीम ने नौवें व अंतिम दौर में फिलिपीन्स को 3.5-0.5 से हराया। लेकिन स्वर्ण पदक की रेस में भारतीय टीम ईरान से पि़छड़ गई। ईरान ने अपने नौ राउंड में सात जीत और दो ड्रॉ दर्ज किए जबकि भारत ने छह जीत और तीन ड्रॉ खेले। उज्बेकिस्तान ने छह जीत, दो ड्रॉ और एक हार के साथ कांस्य पदक जीता।

वहीं द्रोणावली हरिका, रमेशबाबू वैशाली, वंतिका अग्रवाल और सविता श्री बी की महिला टीम नौ राउंड के मैचों में कुल 15 अंक लेकर चीन (17 अंक) के पीछे रही। सभी चारों खिलाड़ियों ने अंतिम दौर में कोरिया के खिलाफ अपनी बाजियां जीतीं। भारतीय महिला टीम ने अपने नौ राउंड में सात जीत हासिल की। टीम को एक मैच में हार मिली जबकि एक मुकाबला ड्रॉ रहा। भारत की एकमात्र हार चौथे राउंड में मेजबान चीन के खिलाफ 2.5-1.5 से थी।

पहलवान दीपक पुनिया को 86 किलो वर्ग में रजत पदक

उधर कुश्ती मुकाबलों के अंतिम दिन 86 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में दीपक पुनिया भी स्वर्ण पदक की देहरी पर जा पहुंचे थे, लेकिन उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। उन्हें ईरान के हसन यजदानी ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हराया।

आज दिन में प्रतिस्पर्धा करने वाले अन्य तीन भारतीय पहलवान – यश (74 किग्रा), विक्की (97 किग्रा) और सुमित (125 किग्रा) – पदक जीतने में असफल रहे और रेपेचेज राउंड में हारकर बाहर हो गए। इसके साथ इन खेलों में पहलवानों ने एक रजत व पांच कांस्य सहित छह पदकों के साथ अपना अभियान समाप्त किया।

महिला हॉकी टीम ने जीता कांस्य पदक

इस बीच हॉकी मैदान में पुरुषों ने शुक्रवार को जहां स्वर्ण पदक जीता था वहीं आज भारतीय महिला हॉकी टीम ने जापान को 2-1 हराकर कांस्य पदक से संतोष किया। भारत की ओर से दीपिका (5वां मिनट) और सुशीला चानू (50वां मिनट) ने गोल किया जबकि जापान की ओर से एकमात्र गोल युरी नागाई ने 30वें मिनट में किया।

गौरतलब है कि सोल 1986, दोहा 2006 और इंचियोन 2014 के बाद एशियाई खेलों में यह भारत का चौथा महिला हॉकी कांस्य पदक था। भारतीय महिला हॉकी टीम अपना इकलौता स्वर्ण पदक नई दिल्ली 1982 में जीता था जबकि जकार्ता 2018 में टीम ने रजत पदक हासिल किया था।

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