कोलकाता, 15 नवम्बर। ईडन गार्डन्स स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे प्रथम टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय टीम को उस समय तगड़ा झटका लगा, जब बल्लेबाजी के दौरान कप्तान शुभमन गिल चार रनों के निजी स्कोर पर गर्दन में खिंचाव के चलते रिटायर्ड हर्ट हो गए और बाद में उन्हें स्थानीय वुडलैंड्स अस्पताल की आईसीयू में भर्ती करना पड़ा। हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की ओर से देर रात तक कोई बयान नहीं जारी किया गया, लेकिन गिल का अब इस टेस्ट में खेलना मुश्किल जान पड़ता है।
गर्दन और उसके आसपास के हिस्सों में दर्द की शिकायत
शुभमन को दूसरे दिन के खेल के बाद स्ट्रेचर पर वुडलैंड्स अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार गिल को गहन चिकित्सा यूनिट (ICU) में भर्ती किया गया है। अस्पताल ने उनके इलाज के लिए सभी जरूरी कदम उठा लिए हैं। उनके स्कैन और MRI टेस्ट भी पूरे कर लिए गए। शुभमन को गर्दन और उसके आसपास के हिस्सों में दर्द की शिकायत थी, इसी कारण उन्हें निगरानी के लिए आईसीयू में रखा गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि उनकी हालत स्थिर है।
उल्लेखनीय है कि गिल ने सामने पड़ी तीसरी गेंद पर दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर साइमन हार्मर के खिलाफ स्वीप शॉट से चौका जड़ा, लेकिन तभी उन्होंने गले में खिंचाव और तीव्र दर्द महसूस किया। उस शॉट को खेलने बाद ही शुभमन अपनी गर्दन के बाएं हिस्से को पकड़ते हुए नजर आए और फिजियो को बुलाया।
कोलकाता टेस्ट : गेंदबाजों के वर्चस्व के बीच ईडन गार्डंस तीसरे ही दिन परिणाम देने को तत्पर
प्रारंभिक उपचार के बाद टीम मैनेजमेंट ने गिल को तुरंत मैदान से बाहर बुलाने का फैसला किया। दर्द की वजह से उनके लिए गर्दन हिलाना भी मुश्किल हो गया था। ड्रेसिंग रूम में उन्हें नेक कॉलर लगाकर इलाज दिया गया, लेकिन उनकी तकलीफ कम नहीं हुई। अस्पताल ले जाते समय शुभमन सर्वाइकल कॉलर में दिखे। मेडिकल टीम की सलाह पर उन्हें अब निगरानी में रखा गया है और चोट की गंभीरता जानने के लिए हॉस्पिटल में आगे की जांच की जा रही है।
वहीं भारत के गेंदबाजी कोच मोर्नी मोर्केल ने गिल की चोट की गंभीरता पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘पहले हमें यह समझना होगा कि उन्हें गर्दन में जकड़न कैसे हुई। हो सकता है यह सिर्फ पिछली रात की खराब नींद का असर हो। इसे हम वर्कलोड से जोड़कर नहीं देख रहे।’ मैच के दौरान ही BCCI ने अपडेट जारी कर बताया था कि शुभमन को गर्दन में ऐंठन हो गई है और मेडिकल टीम उनकी हालत पर लगातार नजर रख रही है।
हालांकि कप्तान के चोटिल होने के बावजूद भारतीय टीम कमोबेश मजबूत स्थिति में है। इसकी वजह यह है कि पहली पारी में 30 रनों से पिछड़ी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने दूसरे दिन खेल समाप्ति के समय 93 रनों पर ही सात विकेट गंवा दिए थे। यानी उसकी बढ़त कुल जमां 63 रनों तक पहुंच सकी है। उम्मीद यही है कि तीसरे ही दिन मुकाबले का निर्णय सामने आ जाएगा।

