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पेरिस ओलम्पिक : लवलीना बोरगोहेन की पराजय के साथ मुक्केबाजी में भारतीय अभियान समाप्त

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पेरिस, 4 अगस्त। लवलीना बोरगोहेन रविवार को यहां पेरिस ओलम्पिक खेलों की मुक्केबाजी स्पर्धा में चीनी स्पर्धी ली कियान के खिलाफ क्वार्टरफाइनल बाउट 1-4 से हार गईं। इसके साथ ही न सिर्फ लवलीना की लगातार दूसरे ओलम्पिक पदक की उम्मीदें खत्म हो गईं वरन पेरिस 2024 की मुक्केबाजी स्पर्धाओं में भारतीय अभियान भी समाप्त हो गया।

लगातार दो ओलम्पिक पदक जीतने का सपना पूरा नहीं हो सका

उल्लेखनीय है कि टोक्यो 2020 में 69 किग्रा की कांस्य पदक विजेता लवलीना इस बार 75 किग्रा में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं। इस प्रकार लवलीना के पास ओलम्पिक खेलों में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनकर इतिहास रचने का मौका था।

चीनी मुक्केबाज ली कियान के के सामने डिफेंसिव नजर आईं लवलीना

लवलीना बनाम ली कियान मुकाबले के पहले राउंड में शुरुआत से ही दोनों मुक्केबाज एक-दूसरे पर हावी होती दिखीं। लेकिन राउंड खत्म होने से पहले ली कियान ने अपने बेहतरीन जैब्स का इस्तेमाल करते हुए पहले राउंड को अपने नाम कर लिया। कुछ ऐसा ही रिजल्ट दूसरे और तीसरे राउंड में देखने को मिला, इस दौरान भारतीय मुक्केबाज काफी डिफेंसिव नजर आईं, जिसका फायदा ली कियान ने बखूबी उठाया और बड़ी आसानी से बाउट अपने नाम कर ली।

मौजूदा ग्रीष्मकालीन खेलों में एकमात्र वरीयता प्राप्त भारतीय मुक्केबाज बोरगोहेन ने सप्ताह की शुरुआत में नॉर्वे की सुन्निवा हॉफस्टेड के खिलाफ 5-0 की सर्वसम्मत जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की थी। लवलीना यदि यह मुकाबला जीत जातीं तो उनका पदक पक्का हो जाता क्योंकि मुक्केबाजी में सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों स्पर्धियों को कांस्य पदक दिए जाते हैं।

खैर, लवलीना की हार के साथ ही पेरिस 2024 में बॉक्सिंग इवेंट से भारत की चुनौती समाप्त हो गई। दो बार की विश्व चैम्पियन निकहत जरीन, एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता प्रीति पवार और मौजूदा राष्ट्रमंडल चैंपियन अमित पंघल राउंड ऑफ 16 में बाहर हो गए थे। वहीं जैस्मीन लैम्बोरिया राउंड ऑफ 32 में अपना पहला मैच हार गईं थी।

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