नई दिल्ली, 13 सितम्बर। भारत 2022 के अंत में शुरू होने वाली जी 20 बैठक की अध्यक्षता करने वाला है। 1 दिसम्बर से 30 नवम्बर 2023 तक देशभर में भारत की मेजबानी में 200 से अधिक जी 20 बैठकों की मेजबानी होने की उम्मीद है। यह जानकारी आज विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में दी।
विदेश मंत्रालय ने बताया है कि राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के स्तर पर जी-20 देशों के नेताओं का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितम्बर 2023 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाला है। जी-20 या ग्रुप ऑफ 20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है। इसमें 19 देश शामिल हैं।
कौन-कौन से दश हैं शामिल?
जी 20 में शामिल देश इस प्रकार हैं – अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूएसए और यूरोपिय संघ। सामूहिक रूप से जी 20 वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी का 85 प्रतिशत, अंतरराष्ट्रीय व्यापार का 75 प्रतिशत और विश्व जनसंख्या का दो तिहाई हिस्सा है, जो इसे अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच बनाता है।
जी 20 में वर्तमान में 8 वर्कस्ट्रीम हैं शामिल
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि जी 20 में वर्तमान 8 वर्कस्ट्रीम शामिल हैं। इनमें (ग्लोबल मैक्रोइकॉनॉमिक पॉलिसी, इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग, इंटरनेशनल फाइनेंशियल आर्किटेक्चर, सस्टेनेबल फाइनेंस, फाइनेंशियल इंक्लूजन, हेल्थ फाइनेंस, इंटरनेशनल टैक्सेशन, फाइनेंशियल सेक्टर रिफॉर्म्स) के साथ फाइनेंस ट्रैक, शेरपा ट्रैक हैं।