मनामा (बहरीन), 14 मार्च। भारत ने यहां 146वीं अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) विधानसभा में पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। असेंबली में संबोधन के दौरान पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने कश्मीर का उल्लेख किया। ऐसे में उत्तर के अधिकार (आरओआर) के माध्यम से भारत ने आईपीयू में पाकिस्तान को ‘आतंकवादियों का निर्यातक’ करार दिया और दोहराया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर पाकिस्तान का कोई अधिकार नहीं है।
राज्यसभा सांसद डॉ. सस्मित पात्रा ने अपने भाषण में कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान ने एक बार फिर अपने बयान में भारत के अभिन्न अंग जम्मू-कश्मीर का उल्लेख करके इस गौरवशाली मंच का दुरुपयोग करना चुना है। यह उल्लेख सर्वथा अस्वीकार्य है। केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमेशा से भारत का अभिन्न और अविच्छेद्य अंग रहे हैं और रहेंगे।’
डॉ. सस्मित पात्रा ने आगे कहा, ‘किसी भी देश की बयानबाजी और प्रचार से इस तथ्य को खत्म नहीं कर सकता। पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।’
उन्होंने कहा, ‘हमने बार-बार उसके अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों को तत्काल प्रभाव से खाली करने का आह्वान किया है। यह विडंबना ही है कि एक देश, जो आतंकवादियों का एक प्रसिद्ध निर्यातक है और जम्मू-कश्मीर में अनगिनत सीमा पार आतंकवादी हमले करने के लिए जिम्मेदार है, मानवाधिकारों का समर्थन करने का दावा कर रहा है।’