तेल अवीव, 20 नवम्बर। भारत अब इजराइल के साथ भी मुक्त व्यापार समझौता (FTA) करने जा रहा है। इस दिशा में व्यापार वार्ता शुरू करने को लेकर दोनों देशों ने गुरुवार को टर्म ऑफ रेफरेंस पर हस्ताक्षर किए गए। भारत की ओर से वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और इजराइल के अर्थिक व्यापार मंत्री निर बरकत ने इस बाबत हस्ताक्षर किए। एफटीए वार्ता में वस्तु और सेवा दोनों सेक्टर को शामिल किया जाएगा।
इजराइल में मिल सकता है 4.5 लाख करोड़ रुपये की मेट्रो निर्माण परियोजना का काम
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि टर्म आफ रेफरेंस पर बातचीत के दौरान इजराइल ने भारत को अपने देश में 4.5 लाख करोड़ रुपये की मेट्रो निर्माण परियोजना में भाग लेने के लिए कहा है। उम्मीद है कि इस परियोजना का काम भारत को मिल सकता है। उन्होंने कहा कि इजराइल के पास तकनीकी है, जिससे भारत में साइबर सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास में मदद मिलेगी।
Together with @NirBarkat, Minister of Economy and Industry of Israel, I signed the Terms of Reference (ToR) to guide the negotiations for a free trade agreement (FTA) between India and Israel today.
This is the first crucial step towards facilitating talks to conclude a… pic.twitter.com/RotRFjGbQ2
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) November 20, 2025
भारत को अपना सबसे अच्छा भागीदार बनाना चाहता है इजराइल
इससे पहले भारत और इजराइल के बीच आयोजित बिजनेस समिट में इजराइल के आर्थिक मंत्री नीर बरकत ने कहा कि दोनों देशों के बीच कई चीजों में समानता है और जल्द ही भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। इजराइल भारत को अपना सबसे अच्छा भागीदार बनाना चाहता है।
उन्होंने कहा कि इजराइल की प्रति व्यक्ति आय 60,000 डॉलर है और इजराइल के साथ भारत को अपना व्यापार बढ़ाने का बड़ा मौका है। अभी दोनों देशों के बीच सिर्फ छह अरब डॉलर का व्यापार होता है। वहीं, गोयल ने कहा कि भारत अगले दो दशक तक दुनिया में सबसे तेज गति से विकास करने वाले देश बना रहेगा और चालू वित्त वर्ष 2025-26 में भी हमारी विकास दर सात प्रतिशत रहेगी।
इजराइल की अपनी पहली यात्रा में गोयल ने कहा कि भारत 140 अरब आबादी के बाजार के साथ एक भरोसेमंद देश है। गोयल के साथ भारत के 60 से अधिक उद्यमी भी इजराइल के दौरे पर हैं, जो वहां के उद्यमियों के साथ निवेश व व्यापारिक सहभागिता को लेकर अगले चार दिनों तक वार्ता करेंगे।
इन क्षेत्रों में इजराइली कम्पनियों को भारत से बड़ी उम्मीद
एआइ के क्षेत्र में काम करने वाली इजराइली कम्पनी लीडस्पाटिंग के संस्थापक राय आयोनास ने बताया, ‘भारत मैन्यूफैक्चरिंग हब बनने की ओर है। भारत की जीडीपी में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए हमें भारत का बाजार आकर्षित कर रहा है। भारत को टेक्नोलॉजी की जरूरत है और हम इस काम में भारत का सहयोग कर सकते हैं।’ उनकी कम्पनी ने हाल ही में गुरुग्राम में अपना कार्यालय खोला है।
आइसीयू से जुड़े विभिन्न उपकरणों के इस्तेमाल के बदले सिर्फ एक डिवाइस बनाने वाली इजरायली कम्पनी एटलासेंसे बायोमेड के संस्थापक तल ओर ने बताया कि उनकी कम्पनी भारत में इस डिवाइस का निर्माण शुरू करना चाहती है। कुछ भारतीय कम्पनियों से इस दिशा में बात भी चल रही है। उन्होंने बताया कि इस डिवाइस को मरीज के शरीर पर रख देने के बाद बीपी, पल्स व अन्य जांच के लिए अलग-अलग उपकरण की जरूरत नहीं होगी।
अमूल के डेयरी उत्पादों का इजराइल को निर्यात जल्द
अमूल डेयरी के प्रबंध निदेशक (एमडी) जयेन मेहता ने बताया, ‘अमूल जल्द ही विभिन्न डेयरी उत्पादों का निर्यात इजराइल को करने जा रही है। अमूल अभी इजराइल को घी का निर्यात करता है, लेकिन अमूल के पास कई अन्य उत्पाद हैं, जिनके निर्यात की इजराइल में पूरी संभावना है। इस काम के लिए इजराइल सरकार से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत होती है। यह इस बात को सुनिश्चित करता है कि हमारे उत्पाद के उपयोग से इजराइल की जनता की धार्मिक भावना आहत नहीं होगी।’

