चांदीपुर (ओडिशा), 24 जून। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को यहां चांदीपुर तट से वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (VL-SRSAM) का शुक्रवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
जहाज से चलने वाली हथियार प्रणाली हवाई खतरों को बेअसर करती है
डीआरडीओ के अधिकारी के अनुसार वीएल-एसआरएसएएम जहाज से चलने वाली हथियार प्रणाली है, जो समुद्री-स्किमिंग लक्ष्यों सहित नजदीकी सीमाओं पर विभिन्न हवाई खतरों को बेअसर करने के लिए है। प्रणाली का यह प्रक्षेपण एक उच्च गति वाले हवाई लक्ष्य को साधने के लिए किया गया, जो सफल रहा।
अधिकारी ने कहा, ‘स्वास्थ्य मानकों के साथ वाहन के उड़ान पथ की निगरानी आईटीआर, चांदीपुर द्वारा तैनात कई ट्रैकिंग उपकरणों का उपयोग करके की गई थी. परीक्षण लॉन्च की निगरानी डीआरडीओ और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई।’
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दी बधाई
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और वायु सेना के सफल परीक्षण पर बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘डीआरडीओ, भारतीय नौसेना को चांदीपुर, ओडिशा के तट पर वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल के सफल उड़ान परीक्षण के लिए बधाई। यह सफलता हवाई खतरों के खिलाफ भारतीय नौसेना के जहाजों की रक्षा क्षमता को और बढ़ाएगी।’
Congratulations to DRDO, Indian Navy & the industry for the successful flight test of Vertical Launch Short Range Surface to Air Missile off the coast of Chandipur, Odisha. This success will further enhance the defence capability of Indian Naval Ships against the aerial threats. pic.twitter.com/ltkUyhm0iR
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 24, 2022
15 जून को किया गया था पृथ्वी-2 का सफल परीक्षण
गौरतलब है कि 15 जून को बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का सफल परीक्षण किया गया था। यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि, ओडिशा के चांदीपुर स्थित एक एकीकृत परीक्षण केंद्र से कम दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का 15 जून को शाम करीब साढ़े सात बजे सफल परीक्षण किया गया।