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विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत फिसला, 180 देशों में 161वें स्थान पर

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नई दिल्ली, 3 मई। ग्लोबल मीडिया वॉचडॉग रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) की ओर से जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2023 विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक (वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स) में भारत फिसल गया है। अब उसकी रैंकिंग 180 देशों में से 161 हो गई है।

भारत की तुलना में पाकिस्तान ने मीडिया की स्वतंत्रता के मामले में बेहतर प्रदर्शन किया है और वह पिछले वर्ष की 157वीं रैंक में सुधार करते हुए 150वें स्थान पर आ गया है। भारत पिछले वर्ष की रैंकिगं में 150वें स्थान पर था जबकि वर्ष 2021 में उसे 142वीं रैंक दी गई थी। श्रीलंका ने भी सूचकांक में महत्वपूर्ण सुधार किया। 2022 में 146 की तुलना में श्रीलंकाई प्रेस इस वर्ष 135वें स्थान पर रहा।

नॉर्वे, आयरलैंड और डेनमार्क की नॉर्डिक तिकड़ी शीर्ष पर

नॉर्वे, आयरलैंड और डेनमार्क की नॉर्डिक तिकड़ी ने प्रेस स्वतंत्रता में शीर्ष तीन पदों पर कब्जा बरकरार रखा जबकि वियतनाम, चीन और उत्तर कोरियाई प्रेस को निचले तीन पायदानों पर जगह मिली।

RSF प्रति वर्ष जारी करता है प्रेस की स्वतंत्रता की वैश्विक रैंकिंग

उल्लेखनीय है कि रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स हर वर्ष प्रेस की स्वतंत्रता की वैश्विक रैंकिंग जारी करता है। आरएसएफ एक अंतरराष्ट्रीय एनजीओ है, जिसका स्व-घोषित उद्देश्य मीडिया की स्वतंत्रता की रक्षा करना और उसे बढ़ावा देना है। इसका मुख्यालय पेरिस में है, इसे संयुक्त राष्ट्र के साथ सलाहकार का दर्जा प्राप्त है।

विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक का उद्देश्य पिछले कैलेंडर वर्ष में 180 देशों और क्षेत्रों में पत्रकारों और मीडिया द्वारा प्राप्त प्रेस स्वतंत्रता के स्तर की तुलना करना होता है। RSF प्रेस की स्वतंत्रता को राजनीतिक, आर्थिक, कानूनी और सामाजिक हस्तक्षेप से स्वतंत्र और उनकी शारीरिक और मानसिक सुरक्षा के लिए खतरों के अभाव में सार्वजनिक हित में समाचारों का चयन, उत्पादन और प्रसार करने के लिए व्यक्तियों और सामूहिक रूप से पत्रकारों की क्षमता के रूप में परिभाषित करता है।