नई दिल्ली, 22 अक्टूबर। इजराइल बनाम गाजा युद्ध के बीच भारत ने फलस्तीन को मदद भेजी है। गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से इंडियन एयरफोर्स के C-17 विमान से यह राहत सामग्री भेजी गई, जिसमें वो सभी जरुरतमंद चीजें शामिल हैं, जिसका इस्तेमाल रोजाना के आधार पर सभी करते हैं।
गाजा भेजी गई 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा कि भारत फलस्तीन के लोगों के लिए मदद भेज रहा है। सहायता में भारत से 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री गाजा को दी गई हैं। मिस्र के एल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुए विमान में दवाएं, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, तंबू, स्वच्छता सुविधाएं और पानी को शुद्ध करने वाली टैबलेट समेत कई जरुरतमंद वस्तुएं शामिल हैं।
🇮🇳 sends Humanitarian aid to the people of 🇵🇸!
An IAF C-17 flight carrying nearly 6.5 tonnes of medical aid and 32 tonnes of disaster relief material for the people of Palestine departs for El-Arish airport in Egypt.
The material includes essential life-saving medicines,… pic.twitter.com/28XI6992Ph
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) October 22, 2023
पीएम मोदी ने फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की थी
उल्लेखनीय है कि तीन दिन पूर्व गत 19 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फलस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात भी की थी। उन्होंने गाजा अस्पताल में बमबारी से हुई नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त की और फलस्तीनी राष्ट्रपति को भरोसा दिलाया कि भारत की तरफ से फलस्तीन को मानवीय सहायता भेजी जाती रहेगी। इसके अलावा उन्होंने इजराइल-फलस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया था।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो गाजा में मानवीय मदद पहुंचाने के लिए मिस्र की तरफ से राफाह बॉर्डर खोला दिया गया है। मिस्र रेड क्रिसेंट के एक अधिकारी ने बताया कि मिस्र से युद्धग्रस्त गाजा में मानवीय सहायता ले जाने वाले ट्रक शनिवार को राफाह बॉर्डर से गुजरने शुरू हो गए।
लंबी बातचीत के बाद दो हफ्ते में पहली बार खोला गया राफाह क्रॉसिंग प्वॉइंट
इसके साथ ही अमेरिका, इजराइल, मिस्र और संयुक्त राष्ट्र की बातचीत के बाद, मिस्र और गाजा के बीच राफाह क्रॉसिंग प्वॉइंट को आखिरकार दो हफ्ते में पहली बार शनिवार को मदद के लिए खोला गया। अमेरिका की मध्यस्थता में हुए समझौते के आधार पर शनिवार को मिस्र के रेड क्रिसेंट से फलस्तीनी रेड क्रिसेंट संगठन तक मदद पहुंचाने के लिए सिर्फ 20 ट्रकों को ही राफाह बॉर्डर पार करने की अनुमति दी गई।