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रूस-यक्रेन युद्ध : यूक्रेन में बिगड़ती मानवीय स्थिति को लेकर काफी चिंतित है भारत – तिरुमूर्ति

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नई दिल्ली/संयुक्त राष्ट्र, 18 मार्च। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने यूक्रेन में बिगड़ती मानवीय स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रभावित लोगों की मानवीय जरूरतों का निदान करने की तत्काल जरूरत बताई है।

मानवीय उपायों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए

यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की ब्रीफिंग में तिरुमूर्ति ने कहा कि यह अहम है कि मानवीय उपाय हमेशा मानवता, तटस्थता, निष्पक्षता और स्वतंत्रता के सिद्धांतों से निर्देशित हों। उन्होंने कहा, ‘इन उपायों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।’

तिरुमूर्ति ने यह भी कहा, ‘भारत मौजूदा स्थिति पर काफी चिंतित है, जो शत्रुता की शुरुआत के बाद से लगातार बिगड़ती जा रही है। संघर्ष की वजह से नागरिकों की जानें गई हैं। आंतरिक रूप से हजारों लोगों का विस्थापन हुआ और 30 लाख से अधिक शरणार्थी पड़ोसी देशों में चले गए हैं। मानवीय स्थिति खराब हुई है, खासकर जहां लड़ाई चल रही है।’

युद्ध खत्म करने के लिए कूटनीति में शामिल होने को तैयार

यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि तिरुमूर्ति ने यह भी कहा कि भारत आने वाले दिनों में सुरक्षा परिषद के साथ-साथ संबंधित पक्षों में इन उद्देश्यों को जारी रखने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘इस हफ्ते, यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधियों के बीच चल रही सीधी बातचीत के संबंध में सकारात्मक संकेत मिले हैं। हम इस तरह की सभी व्यस्तताओं का स्वागत करते हैं।’

नागरिकों को निकालने में भारत ने की 18 देशों की मदद

तिरुमूर्ति ने कहा, ‘भारत ने यूक्रेन से अपने करीब 22,500 नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की है। इस प्रक्रिया में (लोगों को निकलने की) हमने 18 अन्य देशों की मदद भी की है। हम यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के अधिकारियों की लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने में सहूलियत प्रदान करने के लिए सराहना करते हैं।’

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया है और इस बत पर जोर दिया है कि बातचीत और कूटनीति के रास्ते के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हम संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और राष्ट्रों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की जरूरत को रेखांकित करना जारी रखेंगे।’

भारत ने भेजी 90 टन से ज्यादा रसद

अमेरिका, अल्बानिया, ब्रिटेन, फ्रांस, ऑयरलैंड और नॉर्वे ने यूक्रेन में मानवीय स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक का अनुरोध किया था। तिरुमूर्ति ने बताया कि भारत ने यूक्रेन और उसके पड़ोसियों को गत एक मार्च से 90 टन से ज्यादा आपूर्ति भेजी है, जिनमें जरूरी दवाएं और आवश्यक राहत सामग्री शामिल है। उल्लेखनीय है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू करने का एलान किया था।

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