मैक्सिको सिटी, 19 अक्टूबर। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि भारत-मैक्सिको के बीच सहयोग संभावित रूप से व्यापक और बहु-क्षेत्रीय हो सकता है, जिससे दोनों देशों के बीच गहरा और अधिक गतिशील सहयोग हो जिसमें भारत विशेष रूप से फार्मा विनिर्माण और ऑटोमोटिव क्षेत्रों में विकास और निवेश के लिए जबरदस्त अवसर प्रदान कर रहा है।
सीतारमण ने यहां ‘व्यापार एवं निवेश सहयोग को बढ़ावा देने’ पर आयोजित भारत मैक्सिको व्यापार एवं निवेश शिखर सम्मेलन में यह बात कही। इसमें मैक्सिको सिटी की आर्थिक विकास मंत्री माननीय मनोला जाबोल्ज़ा अल्दामा और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के पूर्व अध्यक्ष रामचंद्रन दिनेश भी उपस्थित थे।
इसका आयोजन भारतीय व्यापार एवं वाणिज्य परिषद , भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा मैक्सिको में भारतीय दूतावास और आर्थिक मामलों के विभाग के सहयोग से किया गया था और इसमें आईटी, फार्मास्यूटिकल्स, स्वास्थ्य और ऑटोमोटिव क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 250 निवेशकों और व्यापार कर्मियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
भारत की राजनीतिक स्थिरता, एक बड़े कुशल कार्यबल और बढ़ते बुनियादी ढांचे पर जोर देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि संयुक्त प्रयास विविधीकरण के माध्यम से लचीलेपन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, विशेष रूप से सेमीकंडक्टर, प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) और अन्य उच्च तकनीक वाले इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे महत्वपूर्ण घटकों के लिए।
उन्होंने कहा कि भारत मैक्सिको साझेदारी इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं के लिए निवेश प्रोत्साहन के माध्यम से एक-दूसरे के बाजारों में गहरी पैठ को प्रोत्साहित कर सकती है, विशेष रूप से 5जी, एआई और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे बढ़ते क्षेत्रों में।
सीतारमण ने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) और इंडिया स्टैक जैसी पहलों के साथ फिनटेक क्षेत्र में भारत के डिजिटल अर्थव्यवस्था में वैश्विक स्तर पर उभरने को रेखांकित किया और कहा कि मैक्सिको के बढ़ते डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र के साथ, भारत मैक्सिको साझेदारी , फिनटैक और डिजिटल पेमें में सीमा पार सहयोग और नवाचार के लिए सहयोग किया जा सकता है।