रोम, 30 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार की रात यहां इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इस दौरान भारत और इटली ने द्विपक्षीय भागीदारी कार्ययोजना 2020-25 की समीक्षा की और दोनों देश व्यापार और निवेश संबंधों के विस्तार पर सहमत हो गए।
दोनों देशों ने नवीकरणीय और स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए कार्यनीतिक भागीदारी की घोषणा करते हुए संयुक्त वक्तव्य जारी किया और ग्रीन कॉरिडोर परियोजनाएं, स्मार्ट ग्रिड, ऊर्जा भंडारण, गैस परिवहन, हरित हाइड्रोजन विकास और जैव ईंधन को बढ़ावा देने में साझेदारी पर सहमति व्यक्त की।
स्वच्छ ऊर्जा उपयोग बढ़ाने में सहयोग का संकल्प
पीएम मोदी और उनके इतालवी समकक्ष ने जलवायु परिवर्तन से निबटने के लिए स्वच्छ ऊर्जा उपयोग बढ़ाने में सहयोग का संकल्प लिया। दोनों देशों के बीच विशेष रूप से स्वच्छ ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश पर भी चर्चा हुई।
बैठक के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट में बताया कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संपर्क, तथा सांस्कृतिक और पर्यावरण संरक्षण सहयोग बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं।
Glad to have met PM Mario Draghi in Rome. We talked about ways to strengthen the friendship between India and Italy. There is great potential to further scale up economic linkages, cultural cooperation and for us to work together towards a more environment friendly planet. pic.twitter.com/9sMuDPHSqp
— Narendra Modi (@narendramodi) October 29, 2021
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने पीएम मोदी के पहले दिन के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए संवाददाताओं को बताया कि यूरोपीय आयोग और यूरोपीय परिषद प्रमुखों के साथ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जलवायु परिवर्तन और अफगानिस्तान पर भारत का दृष्टिकोण स्पष्ट किया।
विदेश सचिव ने बताया कि इस बैठक और इटली के प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक में विचार-विमर्श के मुख्य मुद्दे जी-20 शिखर सम्मेलन से संबंधित थे। उन्होंने कहा कि भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन में कोविड वैक्सीन प्रमाणपत्र की परस्पर मान्यता का प्रस्ताव किया है।
आज जी-20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने यूरोपीय नेताओं से कहा है कि अफगानिस्तान की स्थिति को अलग-थलग करके नहीं देखा जा सकता। पीएम मोदी आज से प्रारंभ हो रहे दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। कोविड महामारी को देखते हुए यह सम्मेलन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है।