पेरिस, 31 अगस्त। पेरिस पैरालम्पिक खेलों की निशानेबाजी स्पर्धाओं में भारत को चौथा पदक मिला, जब पैरा शूटर रूबिना फ्रांसिस ने शनिवार महिलाओं की एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा के फाइनल में कांस्य पदक जीता। इसके साथ ही वह पिस्टल स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पैरा शूटर बन गईं।
Rubina Francis, you've turned the shooting range into a stage of glory!
Many congratulations on securing a bronze medal in the P2 Women's 10M Air Pistol SH1 at the #Paralympics2024. What makes this victory even more special is that it makes you the 1️⃣st Indian female to win… pic.twitter.com/Fvb3w94udv
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 31, 2024
पिस्टल स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पैरा शूटर
रूबिना ने कुल 211.1 अंक हासिल कर आठ महिलाओं के फाइनल में तीसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में सातवें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। ईरानी शूटर सारेह जावनमर्दी 236.8 अंक लेकर स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं जबकि तुर्की की आयसेल ओजगन (231.1) को रजत पदक मिला।
And that's medal no. 5⃣ for 🇮🇳 at #ParisParalympics2024🤩🤩
Rubina Francis' magic prevails, she claims a #Bronze🥉in #ParaShooting P2 – Women's 10m Air Pistol SH1 event with a score of 211.1🥳🤩
She becomes 1st Indian female para-shooting athlete to win a medal in Pistol event.… pic.twitter.com/dQ1EjVUzD3
— SAI Media (@Media_SAI) August 31, 2024
पेरिस पैरालम्पिक में यह भारत का निशानेबाजी में चौथा और कुल मिलाकर पांचवां पदक था। शुक्रवार को अवनि लेखरा ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल (एसएच1) में स्वर्ण पदक का सफलतापूर्वक बचाव करते हुए इतिहास रच दिया था। उन्होंने टोक्यो पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक जीता था। मोना अग्रवाल ने इसी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था।
मनीष नरवाल ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल (एसएच1) में रजत पदक जीता था। एसएच1 वर्ग में वो पैरा निशानेबाज हिस्सा लेते हैं जो बिना किसी परेशानी के पिस्टल संभालते हुए ह्वीलचेयर या चेयर पर बैठकर या खड़े होकर निशाना लगा सकते हैं। वहीं ट्रैक एंड फील्ड मुकाबलों के प्रीति पाल ने महिलाओं की टी35 वर्ग की 100 मीटर स्पर्धा में 14.21 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय से कांस्य पदक जीतकर भारत को पैरालम्पिक की ट्रैक स्पर्धा में पहला एथलेटिक्स पदक दिलाया था।
बैडमिंटन : नितेश व सुकांत पुरुष एकल के सेमीफाइनल में
उधर बैडमिंटन कोर्ट पर शटलद्वय नितेश कुमार और सुकांत कदम ने आखिरी ग्रुप मैचों में सीधे गेमों में जीत दर्ज करने के साथ क्रमशः पुरुष एकल एसएल 3 और एसएल 4 श्रेणियों के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
पिछले वर्ष चीन में एशियाई पैरा खेलों में रजत पदक जीतने वाले नितेश ने थाईलैंड के मोंगखोन बुनसुन को 21-13, 21-14 से हराकर लगातार तीसरी जीत हासिल की और ग्रुप ए में शीर्ष स्थान हासिल किया। बुनसुन ने ग्रुप ए से दूसरे स्थान पर रहते हुए सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
दोनों ग्रुप में शीर्ष दो स्थानों पर रहने वाले खिलाड़ियों ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया। एसएल3 वर्ग निचले अंगों की गंभीर विकलांगता वाले खिलाड़ियों के लिए है। वे आधी चौड़ाई वाले कोर्ट पर खेलते हैं।
इसी ग्रुप के एक अन्य मुकाबले में टोक्यो पैरालम्पिक के कांस्य पदक विजेता मनोज सरकार ने चीन के यांग जियानयुआन को 21-1, 21-11 से हराया। मनोज हालांकि इससे पहले बुनसुन और नितेश से हारने के बाद सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गये थे।
वहीं एसएल4 वर्ग में सुकांत ने थाईलैंड के टीमारोम सिरीपोंग को 21-12, 21-12 से हराकर ग्रुप बी में शीर्ष स्थान हासिल किया और हमवतन सुहास यतिराज के साथ सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रहे। एसएल4 में वो एथलीट प्रतिस्पर्धा करते हैं जिनके निचले अंग में कमजोरी होती है और जन्हें चलने या दौड़ने में संतुलन की मामूली समस्या होती है।
इससे पहले मनदीप कौर ने पेरिस महिला एकल एसएल3 स्पर्धा में ऑस्ट्रेलिया की विनोट सेलीन ऑरेली को हराकर महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। मनदीप ने अपनी ऑस्ट्रेलियाई प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ ग्रुप बी में अपना आखिरी मैच 21-23 21-10 21-17 से जीता। वह अपना पहला मैच नाइजीरिया की बोलाजी मरियम से हार गई थीं। क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के लिए भारतीय खिलाड़ी के लिए यह मैच जीतना जरूरी था। उन्होंने तीन खिलाड़ियों के ग्रुप बी में दूसरा स्थान हासिल किया।