नई दिल्ली, 5 नवम्बर। भारत ने उत्तर कोरिया द्वारा नए अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) लॉन्च की संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में आलोचना की है और इस मसले पर चिंता जताने के साथ संवाद और कूटनीति का आह्वान किया है। इसी क्रम में भारत ने कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और सुरक्षा के लिए परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए अपने निरंतर समर्थन को दोहराते हुए कहा है कि यह सामूहिक हित में है।
प्रक्षेपण डीपीआरके से संबंधित सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने अपने संबोधन में कहा, ‘हमने अतीत में डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) द्वारा हाल ही में लॉन्च की गई बैलिस्टिक मिसाइलों पर अपनी चिंता व्यक्त की है और अब हमने 2 नवम्बर को डीपीआरके द्वारा आईसीबीएम के एक और लॉन्च की रिपोर्टें देखी हैं। ये प्रक्षेपण डीपीआरके से संबंधित सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन है।’
उन्होंने कहा, ‘वे क्षेत्र और उससे आगे की शांति और सुरक्षा को प्रभावित करते हैं। भारत ने उत्तर कोरिया से संबंधित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के पूर्ण कार्यान्वयन का आह्वान किया। हम कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और सुरक्षा की दिशा में परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए अपने निरंतर समर्थन को दोहराते हैं, यह हमारा सामूहिक हित है।’
रुचिरा कंबोज ने कहा, ‘हम कोरियाई प्रायद्वीप में मुद्दों को हल करने के साधन के रूप में बातचीत और कूटनीति का समर्थन करना जारी रखेंगे।’ एक बयान में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी पिछले दो दिनों में विभिन्न मिसाइलों के प्रक्षेपण के साथ-साथ उत्तर कोरिया की कड़ी निंदा की है।