नई दिल्ली, 29 दिसम्बर। भारत ने पाकिस्तान से 2008 के मुंबई आतंकी हमलों समेत ऐसे अनेक मामलों में वांछित लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के प्रत्यर्पण की मांग की है। आतंकवादी के प्रत्यर्पण के लिए कुछ दस्तावेजों के साथ पिछले दिनों इस्लामाबाद को अनुरोध भेजा गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अरिंदम बागची ने अपनी साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि हाल में प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध भेजा गया था। सईद को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी घोषित कर रखा है। उन्होंने कहा, ‘विचाराधीन व्यक्ति (हाफिज सईद) भारत में कई मामलों में वांछित है। वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी भी है। इस संबंध में, हमने प्रासंगिक सहायक दस्तावेजों के साथ पाकिस्तान सरकार को एक विशेष मामले में मुकदमे का सामना करने के लिए उसे भारत प्रत्यर्पित करने का अनुरोध किया है।’
भारत की पाकिस्तान के साथ कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं
गौरतलब है कि भारत की पाकिस्तान के साथ कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है। पाकिस्तान से ऐसी उम्मीद भी नहीं की जा सकती कि वह हाफिज सईद जैसे दुर्दांत आतंकी को भारत को सौंपने पर विचार करेगा। यहां तक कि पाकिस्तान ने सईद को न्याय के कटघरे में लाने के लिए भी बहुत कम प्रयास किया है। भारत ने पहले भी सईद और उसके सहयोगियों के खिलाफ मुंबई आतंकवादी हमलों की जांच में सहायता के लिए पाकिस्तान को अनुरोध पत्र भेजा है।
अमेरिका ने घोषित कर रखी है 10 मिलियन डॉलर की ईनामी राशि
मुंबई हमलों के तुरंत बाद दिसम्बर, 2008 में सईद को संयुक्त राष्ट्र 1267/1989 अल-कायदा प्रतिबंध समिति में अल-कायदा आतंकवादी संगठन से जुड़े एक व्यक्ति के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। अमेरिका सईद के बारे में जानकारी देने वाले को 10 मिलियन डॉलर का ईनाम देने की घोषणा पहले ही कर चुका है। भारत ने पाकिस्तान में सईद और जकी-उर-रहमान लखवी जैसे मुंबई हमले के आरोपितों के खिलाफ काररवाई करने के लिए बार-बार कहा है, लेकिन पाकिस्तान ने इन आतंकियों को सजा देने की बजाए हमेशा बचाया है।
हाफिज सईद की देखरेख में रची गई थी मुंबई हमले की साजिश
स्मरण रहे कि 26 नवम्बर, 2008 को मुंबई में 175 लोगों ने जान गंवाई थी और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस हमले की साजिश पाकिस्तान में बैठकर लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद की देखरेख में रची गई थी। सईद को संयुक्त राष्ट्र भी आतंकी मानता है, इसलिए पाकिस्तान पर जब भी कुछ दबाव पड़ता है, वह दिखावे के लिए उसे जेल भेज देता है। हालांकि सईद कई बार पाकिस्तान में स्वतंत्र रूप से घूमता हुआ पाया गया है।