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भारत और किर्गिज गणराज्‍य विकास परियोजनाओं के लिए 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर की ऋण सुविधा पर सहमत

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नई दिल्ली, 11 अक्टूबर। भारत और किर्गिज गणराज्य के बीच दोनों देशों में विभिन्‍न विकास परियोजनाओं के लिए 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर की ऋण सुविधा पर सहमति बनी है। किर्गिज गणराज्य के दौरे पर गए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोमवार को खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी।

डॉ. जयशंकर ने अपने ट्वीट में कहा कि राजधानी बिश्केक किर्गिज गणराज्य के विदेश मंत्री रुसलान कजाकबायेव के साथ उनकी सौहार्दपूर्ण और रचनात्मक बातचीत हुई है। दोनों देश उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक परियोजनाओं को निष्पादित करने पर भी सहमत हुए हैं।

इसके अलावा भारतीय छात्रों की शीघ्र यात्रा अनुमति दिए जाने और उदार वीजा व्यवस्था की आवश्यकता पर भी दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई। उन्होंने रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर भी चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि भारत और किर्गिज गणराज्य का अफगानिस्तान में विकास के प्रति एकसमान दृष्टिकोण है।

विदेश मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘बिश्केक में मानस-महात्मा गांधी पुस्तकालय को भारतीय महाकाव्य और क्लासिक्स उपहार में देकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। हमारे सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत करने में प्रो. तुर्गुनालिव के नेतृत्व की हम सराहना करते हैं।’ इसके अलावा उन्होंने कजाकबायेव के साथ हिन्दी और किर्गिज भाषाओं में मिलते-जुलते शब्दों का एक शब्दकोश भी जारी किया।

किर्गिज गणराज्य के राष्ट्रपति से भी मुलाकात की

डॉ. जयशंकर ने किर्गिज गणराज्य के राष्ट्रपति सदिर जापरोव से भी मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट में लिखा,‘ मेरा इतना गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए राष्ट्रपति सदिर जापरोव का धन्यवाद। उन्हें पीएम मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं।’

विदेश मंत्री ने कहा, ‘हमारी सामरिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए हम उनकी मजबूत प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं। हमारी आर्थिक और विकास साझेदारी और एक दूसरे के बीच संपर्क बढ़ाने पर हमने चर्चा की।’

कजाकिस्तान और आर्मेनिया दौरे पर भी जाएंगे

डॉ. जयशंकर कजाकिस्‍तान में नूर-सुल्तान में एशिया में बातचीत और विश्वास बहाली के सम्मेलन की छठी मंत्रिस्तरीय बैठक में भी भाग लेंगे। वह मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर आर्मेनिया भी जाएंगे। भारत के किसी विदेश मंत्री का स्वतंत्र आर्मेनिया का यह पहला दौरा होगा।

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