Site icon hindi.revoi.in

कानपुर में स्वर्ण कारोबारी के ठिकानों पर आयकर छापा, BMW कार से मिला 12 किलो सोना

Social Share

कानपुर, 25 जून। आयकर विभाग की टीमें देशभर में बुलियन बिजनेसमैन और रियल स्टेट से जुड़े लोगों के 55 ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है। इस क्रम में कानपुर के मशहूर स्वर्ण कारोबारी राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वेलर्स के यहां चार दिनों से जारी छापेमारी में करोड़ों की टैक्स चोरी का पता चला है। कारोबारी की BMW कार की मैट के नीचे से 12 किलो सोना बरामद हुआ है। अब तक बेहिसाब सोना व रियल एस्टेट के कारोबार के दस्तावेज मिले हैं। पूरे सोने की अब तक तौल नहीं हो पाई है।

बताया जाता है कि जांच के दौरान ही जब आयकर विभाग की टीम ने अग्रवाल फैमिली के घर के बाहर खड़ी बीएमडब्ल्यू कार को चेक किया तो मैट के नीचे से 12 किलो सोना निकला। गाड़ी की मैट के नीचे सोना देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए। मैट के नीचे सोने की छोटी-छोटी सिल्लियां रखी थी।

ज्वेलर के घरों पर भी पहुंचीं टीमें

इससे पहले शनिवार को करोड़ों का कैश बरामद हुआ था। बुधवार सुबह से ज्वैलर कैलाश नाथ अग्रवाल की राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड, उनके भाई अमरनाथ अग्रवाल की राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स, एमरॉल्ड के प्रमोटर संजीव झुनझुनवाला के साथ चांदी के दो बड़े कारोबारी सुरेंद्र जाखौदिया व सौरभ वाजपेयी के यहां काररवाई हो रही है। नयागंज बाग्ला बिल्डिंग में मिले दस्तावेज के आधार पर टीम कारोबारियों के सिविल लाइंस, लाल बंगला आवासों पर भी गई।

नौकर को डीलर बनाकर खरीद-फरोख्त

सूत्रों के अनुसार कारोबारी के यहां से कालेधन से जुड़े कागजात मिले हैं। नौकरों को डीलर दिखाकर सोना-चांदी की बड़ी मात्रा में खरीद फरोख्त की छानबीन में कई कारोबारियों के तार जुड़े हैं। लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता स्थित ठिकानों पर भी काररवाई चल रही है। यहां के अधिकारी दूसरे जिलों की टीमों के संपर्क में हैं।

100 अफसर और लगाए गए

कारोबारियों के डिजिटल डाटा खंगाले गए हैं। डिजिटल लेन-देन में भी खेल मिला है। इसकी जांच की जा रही है। पहले दिन 200 अफसर इस काररवाई में लगे थे। अब 300 अफसर लगे हैं। यह छापेमारी अभी 24 घंटे और चलेगी। रियल इस्टेट से गठजोड़ की जांच की जा रही है।

2000 रुपये के नोट कराए जा रहे थे जमा

टीम को 2000 रुपये जमा करने के भी दस्तावेज मिले हैं। ये नोट ऐसे लोगों से लिए गए हैं, जिनके पास पैन कार्ड नंबर तक नहीं है। यह भी जांच की जा रही है कि कमीशन लेकर 2000 रुपये के नोट तो नहीं बदले जा रहे थे।

नेता बनकर आवास पहुंचे घर, तुरंत खुल गया गेट

दिलचस्प तो यह रहा कि अधिकारी बुलियन के बड़े कारोबारी के सिविल लाइंस स्थित आवास पर प्रांतीय व्यापार मंडल के नेता की नेम प्लेट गाड़ी पर लगाकर पहुंचे। गाड़ी पर कई मालाएं पड़ी थीं। इससे तुरंत गेट खुल गया और टीम आवास के अंदर तक तेजी से चली गई।

फॉर्म-60 को चेक करने के दौरान खुला खेल

सूत्रों के मुताबिक फॉर्म-60 को चेक करने पर सोना व चांदी की खरीद-फरोख्त का खेल सामने आया है। यह माल उनको बेचा गया है, जो इनकम टैक्स रिटर्न नहीं फाइल कर रहे थे। यह खेल फर्जी डीलर बनाकर किया गया है। इसमें कारोबारियों के नौकर को डीलर बनाकर दिखाया गया है।

Exit mobile version