मुंबई, 29 जून। महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट में मंगलवार की देर रात नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला, जब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व मौजूदा नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और उनके सामने फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग रख दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि महाराष्ट्र सरकार के पास बहुमत नहीं है। बागी हो चुके विधायक भी शिवसेना का समर्थन नहीं कर रहे हैं।
हमारी तरफ से राज्यपाल को एक चिट्ठी दे दी गई है : फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस ने बाद में मीडिया से कहा, ‘हमारी तरफ से राज्यपाल को एक चिट्ठी दे दी गई है। बागी विधायक कह रहे हैं कि उन्हें शिवसेना के साथ नहीं जाना है, वो महा विकास अघाडी (एमवीए) को भी समर्थन नहीं दे रहे हैं। ऐसे में राज्यपाल को तुरंत फ्लोर टेस्ट के आदेश देने चाहिए। उद्धव सरकार को बहुमत साबित करना चाहिए।
फडणवीस ने यह भी कहा कि शिवसेना के इन विधायकों को धमकाया जा रहा है। राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि उनके 40 शव गुवाहाटी से लौटाए जाएंगे। इसके अलावा, शिवसेना के अन्य नेता भी इसी तरह की धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में ज्यादा समय बर्बाद नहीं किया जा सकता है।
फडणवीस ने कुछ घंटे पहले ही दिल्ली में शाह व नड्डा से की थी मुलाकात
देवेंद्र फडणवीस की राज्यपाल से मुलाकात की टाइमिंग काफी मायने रखती है क्योंकि उन्होंने कुछ घंटे पहले ही दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। उस मुलाकात में महाराष्ट्र की स्थिति पर मंथन हुआ था उस मीटिंग के बाद फडणवीस सीधे महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मिलने पहुंचे और फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग कर दी। इस मुलाकात में फडणवीस के साथ कुछ विधायक भी पहुंचे थे।
शिंदे ने देर रात बागी विधायकों की आपात बैठक बुलाई
जानकारों का यह भी मानना है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अभी ज्यादा से ज्यादा समय चाहते हैं। जितना अतिरिक्त समय उन्हें मिलेगा, बागी विधायकों को या तो मनाया जा सकता है या फिर उनमें फूट डाली जा सकती है। ऐसी स्थिति में बागी विधायकों को एकजुट रखना एकनाथ शिंदे के लिए चुनौती साबित हो सकता है। इस स्थिति को समझते हुए ही शिंदे ने देर रात ही अपने विधायकों की इमरजेंसी बैठक बुला ली है।