बेंगलुरु, 28 अप्रैल। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ प्रचार की गर्माहट बढ़ती जा रही है और मुख्य राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो रही है। इस क्रम में गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना जहरीले सांप से कर भाजपा को बैठे-बिठाए एक मुद्दा दे दिया तो 24 घंटे के भीतर भाजपा विधायक ने भी मर्यादा लांघी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को ‘विषकन्या’ कह दिया।
कर्नाटक के कोप्पल में एक सभा के दौरान भाजपा विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने सोनिया गांधी को लेकर निजी हमला कर दिया। उन्हें ‘विषकन्या’ कहने के साथ-साथ चीन और पाकिस्तान का एजेंट भी करार दे दिया।
बासनगौड़ा यतनाल ने कहा, ‘पूरी दुनिया ने पीएम मोदी को स्वीकार किया है। अमेरिका ने पीएम का रेड कार्पेट से स्वागत किया और उन्हें ग्लोबल लीडर का दर्जा मिल गया है। कांग्रेस उनकी तुलना कोबरा से करती है और कहती है कि वह जहरीले हैं। आपकी पार्टी और जिसके आदेश पर आप नाचते हैं, क्या सोनिया गांधी विषकन्या हैं? वह चीन और पाकिस्तान की एजेंट हैं।’
गौरतलब है कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कर्नाटक के कलबुर्गी में एक रैली के दौरान कहा था, ‘पीएम मोदी जहरीले सांप जैसे हैं। आप सोचेंगे कि जहर है या नहीं। लेकिन आपने चख लिया तो फिर मर जाएंगे।’ बीजेपी ने उनसे माफी की मांग की थी।
मोदी पर बाबा नीलकंठ की कृपा, पी लेते हैं सारा विष : शिवराज
इस बीच खड़गे की ओर से पीएम मोदी पर दिए कथित बयान के मामले में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस भूल जाती है कि प्रधानमंत्री मोदी पर ‘बाबा नीलकंठ’ की कृपा है, वे सारा विष पी लेते हैं।
चौहान ने सोशल मीडिया पर वायरल खड़गे के बयान संबंधित वीडियो को ट्वीट करते हुए कहा कि राहुल गांधी की ‘मोहब्बत की दुकान’ में खड़गे जी ‘नफरत’ बेच रहे हैं। वे भूल जाते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी पर बाबा नीलकंठ की कृपा है, वह सारा विष पी लेते हैं।
वहीं चौहान के ट्वीट के संदर्भ में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, ‘माननीय शिवराज जी, माननीय खड़गे जी ने जो नहीं कहा है, आप वह उनके मुंह में डालकर जान बूझकर दलित समाज का अपमान कर रहे हैं। आखिर आपके पेट में इस बात पर क्यों दर्द है कि दलित समुदाय का लाल आज कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष है।’