शिमली, 16 अगस्त। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है। वहां प्राकृतिक आपदा के चलते जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है। प्रदेश के कई इलाकों से बार-बार भूस्खलन और बादल फटने की खबरें सामने आ रही हैं। इस हादसे में अबतक 55 लोगों की मौत हो गई है। वहीं शिव मंदिर में हुए भूस्खलन में अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है। यह आंकड़ा 21 तक भी पहुंच सकता है। अभी भी स्थिति खराब बनी हुई। कई रास्ते अभी तक बंद है। वहीं, आज फिर से शिमला के समर हिल इलाके में फिर से भारी भूस्खलन हो गया है।
समर हिल इलाके में हुए भूस्खलन में फिलहाल किसी के हताहत होने या घायल होने की खबर नहीं है। जानकारी मिलते ही सबंधित अधिकारी मौके पर पहुंचे। खोजी कुत्ते और बचाव दल मौके पर मौजूद हैं और उनका तलाशी अभियान जारी है। इससे पहले, मंगलवार को भारतीय वायु सेना ने शिमला में भूस्खलन के बाद बचाव अभियान में सहायता के लिए सेना के 18 जवानों को एयरलिफ्ट किया था।
- इमारतों और संपत्तियों को पहुंचा काफी नुकसान
वेस्टर्न एयर कमांड के एक चिनूक हेलीकॉप्टर ने आज हिमाचल प्रदेश शिमला के पास भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में बचाव के लिए 18 भारतीय सेना के जवानों और 3 टन के मिनी डोजर को एयरलिफ्ट किया है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश का कहर जारी है, जिससे इमारतों और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है।
- 1,220 अवरुद्ध सड़कों में 400 सड़कें बहाल
सीएम ने कहा कि पिछले चार दिनों में बारिश में 157 प्रतिशत की वृद्धि के कारण पूरे राज्य में व्यापक क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार राहत और बचाव का कार्य तेजी से कर रही है। सीएम ने बैठक में बताया कि कुल 1,220 अवरुद्ध सड़कों में से लगभग 400 को बहाल कर दिया गया है। वहीं, उन्होंने बिजली और पेयजल आपूर्ति को तेजी से बहाल करने के निर्देश भी जारी किए।