इस्लामाबाद, 19 मार्च। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लग सकता है। गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) को प्रतिबंधित संगठन घोषित करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर सरकार की विशेषज्ञों से विचार-विमर्श करने की योजना है।
सनाउल्लाह का यह बयान ऐसे समय आया है जब पुलिस ने खान के लाहौर स्थित आवास से हथियार और पेट्रोल बम जब्त करने का दावा किया है। इस्लामाबाद की जिला अदालत में पेशी के लिए लाहौर से इस्लामाबाद आए खान पर देश के सत्तारूढ़ गठबंधन ने निशाना साधा।
सनाउल्लाह ने कहा कि सरकार यह आकलन करने के लिए अपने कानूनी दल के साथ विचार-विमर्श करेगी। यह देखा जा रहा है कि क्या पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी को प्रतिबंधित समूह घोषित करने की कार्यवाही शुरू की जा सकती है। उन्होंने कहा, ‘जमान पार्क में आतंकवादी छिपे थे। इमरान खान के आवास से हथियार, पेट्रोल बम आदि बरामद किए गए हैं जो एक आतंकवादी संगठन घोषित करने के लिए PTI के खिलाफ मामला दर्ज करने के वास्ते पर्याप्त सबूत है।’
‘कानूनी दल से करेंगे विचार-विमर्श‘
खान की पार्टी को प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया शुरू करने की सरकार की योजना पर मंत्री ने कहा, ‘किसी भी पार्टी को प्रतिबंधित घोषित करना न्यायिक प्रक्रिया है। हालांकि, हम इस मुद्दे पर अपने कानूनी दल से विचार विमर्श करेंगे।’ वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपनी भतीजी व पीएमएन-एल की सीनियर उपाध्यक्ष मरियम नवाज के इस दावे से सहमत दिखाई दिए कि खान की पार्टी ‘आतंकवादी संगठन’ है।
‘नेता जेल जाने से नहीं घबराते‘
गौरतलब है कि खान को अदालत ने शनिवार को भ्रष्टाचार के मामले में कोर्ट परिसर के बाहर हाजिरी लगाने के बाद अभ्यारोपण के बिना ही वापस जाने की अनुमति दे दी। मरियम ने तोशाखाना मामले में पेशी के बिना ही खान की हाजिरी लगाने के लिए अदालत पर तंज कसा। उन्होंने कहा, ‘मुझे हैरानी होती है कि वह अपने आप को नेता कहते हैं। नेता जेल जाने और जवाबदेही से नहीं घबराते। केवल चोर और आतंकवादी घबराते हैं। गिरफ्तारी से डर दिखाता है कि उनके (इमरान) खिलाफ मामले सही हैं।’
इमरान के खिलाफ आतंकवाद का मामला दर्ज
अदालत परिसर के बाहर हंगामा करने में शामिल होने के आरोप में इमरान के खिलाफ आतंकवाद निरोधक कानून के तहत FIR दर्ज हुई है। कोर्ट के बाहर PTI समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हुई थी।
इस्लामाबाद पुलिस की ओर से दर्ज प्राथमिकी में 17 पीटीआई नेताओं को नामजद किया गया है। इसमें कहा गया कि कार्यकर्ताओं ने पुलिस जांच चौकी और न्यायिक परिसर के मुख्य गेट को ध्वस्त कर दिया। झड़प के दौरान पुलिस के दो वाहन और सात मोटरसाइकिल को जला दिया गया और पुलिस थाना प्रभारी के आधिकारिक वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। आगजनी, पत्थरबाजी और न्यायिक परिसर की इमारत को नुकसान पहुंचाने के आरोप में 18 लोगों को हिरासत में लिया गया है।