इस्लामाबाद, 9 फरवरी। पाकिस्तान में आम चुनाव के बाद वोटों की गिनती जारी है। प्रधानमंत्री बनने की तैयारी कर रहे नवाज शरीफ, उनके भाई शहबाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम शरीफ अपनी-अपनी सीटों से चुनाव जीत चुके हैं। लेकिन सर्वाधिक चौंकाने वाला तथ्य यह है कि विभिन्न आरोपों में जेल की सजा काट रहे पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सबसे आगे निकलते दिखाई दे रहे हैं।
इमरान खान समर्थित निर्दलीय प्रत्याशियों ने घोषित 146 में 60 सीटें जीतीं
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ECP) की ओर से शुक्रवार की दोपहर तक घोषित 146 सीटों के नतीजों में 60 सीटें इमरान खान समर्थित निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीती हैं। वहीं, 43 सीटें नवाज शरीफ की पार्टी PMLN ने जीती हैं। 37 सीटों पर बिलावल भुट्टो की PPP और अन्य ने 6 सीटें जीती हैं। शुरुआत में पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया था कि 154 सीटों पर इमरान की पार्टी आगे चल रही है। लेकिन नतीजे एकदम से बदलते नजर आ रहे हैं। अंतिम समाचार मिलने तक 119 सीटों के परिणाम आने बाकी है जबकि 266 में एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था।
30 मिनट में परिणाम जारी करने के आदेश
मतगणना के बीच पाकिस्तान में हालात इतने तनावपूर्ण हो गए हैं कि पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त के गायब होने की बात कही जा रही है। इस दावे ने पाकिस्तान में चुनावी साजिश की आशंका बढ़ा दी है। इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा ने सभी रिटर्निंग ऑफिसर (RO) को आखिरी परिणाम देने के लिए 30 मिनट की समय सीमा दी थी। उन्होंने कहा था कि ऐसा न करने पर निलंबन की काररवाई की जाएगी।
आंतरिक मंत्रालय ने जारी किया बयान
मतगणना के परिणामों में देरी पर पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय (गृह मंत्रालय) का बयान आया है। उसने देरी के लिए कम्युनिकेशन की कमी को जिम्मेदार ठहराया है। आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि चुनाव और मतगणना के लिए अचूक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, इसलिए कम्युनिकेशन में देरी हो रही है।
मतगणना को लेकर क्यों उठ रहे सवाल
पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक मतगणना के दौरान सामने आ रहे नतीजों पर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, आमतौर पर पाकिस्तान में चुनाव के बाद ही मतगणना शुरू हो जाती है, जो कि इस बार भी हुआ। हालांकि हर बार मतगणना वाले दिन देर रात तक काफी कुछ स्पष्ट हो जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. पाकिस्तान में मतगणना का आज दूसरा दिन है, लेकिन अब तक ज्यादातर सीटों पर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। शुरुआत में जिन सीटों पर इमरान खान की पार्टी जीत का दावा कर रही थी, अब उन सीटों पर चुनाव आयोग नवाज शरीफ की पार्टी PMLN को बढ़त दिखा रहा है।
336 सीटें, लेकिन 266 पर ही हुआ मतदान
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटे हैं, लेकिन, इनमें से सिर्फ 266 सीटों पर ही चुनाव के जरिए उम्मीदवार चुने जाएंगे। दरअसल, असेंबली की 70 सीटें आरक्षित हैं। इनमें से 60 महिलाओं के लिए जबकि 10 गैर मुस्लिमों के लिए आरक्षित हैं। चुनाव जीतने वाली पार्टियां के अनुपात के आधार पर ये सीटें आवंटित की जाएंगी।
किस प्रांत में किस पार्टी का दबदबा
2018 में हुए चुनावों के नतीजों को देखें तो इमरान की पार्टी PTI ने 149 सीटों पर जीत दर्ज की थी। नवाज शरीफ की पार्टी PMLN 82 तो बिलावल की पार्टी PPP ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, 47 सीटें अन्य पार्टियों या निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में गई थीं। प्रांतों के हिसाब से देखा जाए तो पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में इमरान खान की पार्टी PTI का दबदबा है। वहीं, सिंध प्रांत में बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) का दबदबा है जबकि बलूचिस्तान में मिलेजुले नतीजे देखने को मिले हैं।
निर्दलीय क्यों उतरे इमरान के उम्मीदवार
पाकिस्तान में इस बार मुख्य मुकाबला नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच माना जा रहा है। इमरान खान की पार्टी पीटीआई के उम्मीदवार निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ने को मजबूर थे क्योंकि उनका चुनाव चिह्न बैट चुनाव आयोग ने छीन लिया था। इमरान खान भी जेल में बंद हैं। उन्हें कई मामलों में दोषी भी करार दिया जा चुका है।