इस्लामाबाद, 10 अप्रैल। पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने सत्ता जाने के बाद रविवार को अपनी पहली टिप्पणी में कहा कि ‘विदेशी साजिश’ के कारण उनकी सरकार को हटाए जाने के साथ पाकिस्तान का ‘स्वतंत्रता संग्राम’ फिर से शुरू हो गया है।
69 वर्षीय इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से बचने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार के काफी प्रयासों के बावजूद संयुक्त विपक्ष इमरान को प्रधानमंत्री पद से हटाने में सफल रहा। वह देश के इतिहास में सदन का विश्वास खोने के बाद सत्ता गंवाने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।
Pakistan became an independent state in 1947; but the freedom struggle begins again today against a foreign conspiracy of regime change. It is always the people of the country who defend their sovereignty & democracy.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) April 10, 2022
सत्ता जाने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में इमरान ने एक ट्वीट में कहा, ‘पाकिस्तान 1947 में एक स्वतंत्र राष्ट्र बना, लेकिन स्वतंत्रता संग्राम आज फिर से शासन परिवर्तन की एक विदेशी साजिश के खिलाफ शुरू हुआ है। हमेशा देश के लोग ही अपनी संप्रभुता और लोकतंत्र की रक्षा करते हैं।’
इमरान दावा करते रहे हैं कि उनके खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव उनकी स्वतंत्र विदेश नीति के कारण एक ‘विदेशी साजिश’ का परिणाम था। उन्होंने साजिश के पीछे अमेरिका का नाम लिया है। हालांकि अमेरिका ने इस आरोप का कई बार स्पष्ट रूप से खंडन किया है।
क्रिकेटर से राजनेता बने खान ने आरोप लगाया है कि विदेश विभाग में दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के सहायक मंत्री डोनाल्ड लू उनकी सरकार को गिराने के लिए ‘विदेशी साजिश’ में शामिल थे। पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी शनिवार को संसद में एक भावुक भाषण में खान के आरोपों को दोहराया था कि अमेरिका द्वारा पाकिस्तान में शासन परिवर्तन की साजिश रची जा रही है।